देवकीनंदन ठाकुर का बड़ा खुलासा! किस पार्टी को देंगे वोट?

धर्म गुरू देवकीनंदन ठाकुर ने कहा कि वे उस राजनीतिक दल को वोट देंगे जो हिन्दू धार्मिक मान्यताओं का समर्थन करेगा। उनका समर्थन उन दलों के लिए है जो राम और कृष्ण मंदिर निर्माण की वकालत करते हैं। ठाकुर का मानना है कि धर्म की रक्षा से उनका स्वयं का संरक्षण जुड़ा हुआ है।

देवकीनंदन ठाकुर
देवकीनंदन ठाकुर

धर्म गुरू देवकीनंदन ठाकुर ने सार्वजनिक रूप से यह व्यक्त किया कि वह किसी भी राजनीतिक दल से नहीं जुड़े हुए हैं, परन्तु उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जो भी दल सनातनी धर्म और हिंदू देवी-देवताओं के मंदिरों का निर्माण करेगा, उसे वह अपना समर्थन देंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय सनातन धर्म को लंबे समय तक धार्मिक आघात पहुंचाया गया है, और ऐसे में राम मंदिर का निर्माण, जो कि हाल ही में संपन्न हुआ है, उसे उन्होंने बहुत बड़ी उपलब्धि के रूप में माना।

ठाकुर जी ने आगे कहा कि जो भी राजनीतिक दल राम मंदिर और कृष्ण मंदिर के निर्माण की बात करेगा, वह उस दल को अपना वोट देंगे। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि सनातन धर्म के अनुयायी होने के नाते, यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे उन लोगों का समर्थन करें जो इस धर्म की रक्षा और प्रोत्साहन करते हैं। ठाकुर जी ने यह भी कहा कि अगर कांग्रेस या कोई अन्य दल कृष्ण मंदिर का निर्माण करने की पहल करता है, तो वह 2029 में उस दल को वोट देंगे।

इस तरह, ठाकुर जी ने राजनीतिक दलों के प्रति अपने समर्थन को धार्मिक निष्ठा और विचारधारा के आधार पर स्पष्ट किया, और यह भी दर्शाया कि धर्म के प्रति उनकी गहरी आस्था किस प्रकार उनके राजनीतिक निर्णयों को प्रभावित करती है।

धर्मो रक्षति रक्षितः।
धर्म की रक्षा करने वाला धर्म द्वारा रक्षित होता है।  यह श्लोक इस लेख के मुख्य विषय से संबंधित है, जो धार्मिक निष्ठा और राजनीतिक समर्थन के बीच का संबंध बताता है। देवकीनंदन ठाकुर उन राजनीतिक दलों का समर्थन करने की बात करते हैं जो धार्मिक मूल्यों की रक्षा करते हैं।