Virgin लड़कियां और किम जोंग उन!

  1. उत्तर कोरिया में किम जोंग उन के आदेशानुसार चलने वाला ‘प्लेजर स्क्वाड’ युवतियों का शोषण करता है।
  2. इस समूह का चयन बहुत ही कठोर और सख्ती से किया जाता है, जिसमें युवतियों की राजनीतिक निष्ठा की जाँच होती है।
  3. चुनी गई युवतियां केवल किम जोंग उन के मनोरंजन के लिए उपयोग की जाती हैं और उनके मानवाधिकारों का उल्लंघन होता है।
Virgin लड़कियां और किम जोंग उन
Virgin लड़कियां और किम जोंग उन

उत्तर कोरिया में किम जोंग उन के निर्देशन में चलाया जाने वाला ‘प्लेजर स्क्वाड’ एक ऐसा समूह है जिसका उद्देश्य किम जोंग उन की व्यक्तिगत और निजी मनोरंजन की आवश्यकताओं को पूरा करना है। इस समूह के लिए युवतियों का चयन करने की प्रक्रिया बहुत ही कठोर और सख्त होती है। प्रत्येक वर्ष, करीब 25 युवतियों को इस समूह में शामिल किया जाता है, जिनकी उम्र 15 से 16 वर्ष के बीच होती है। इन युवतियों का चयन करते समय उनकी फिजिकल अपील के साथ-साथ उनकी राजनीतिक निष्ठा का भी सख्ती से मूल्यांकन किया जाता है।

इस प्रक्रिया में, युवतियों को विभिन्न मेडिकल टेस्ट से गुज़ारा जाता है जिसमें उनकी वर्जिनिटी की जांच भी शामिल होती है। यदि उनके शरीर पर कोई निशान या खरोंच पाई जाती है, तो उन्हें तुरंत अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। उत्तर कोरिया की अथॉरिटीज इन युवतियों का चयन करने के लिए स्कूलों और युवा केंद्रों में जाकर सुंदर लड़कियों की खोज करती हैं। यदि युवतियों का परिवार राजनीतिक रूप से संदिग्ध माना जाता है, या अगर उनके परिजन कभी देश से बाहर गए होते हैं, तो उन्हें इस समूह में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाती।

एक बार चयन हो जाने के बाद, इन युवतियों को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग भेजा जाता है, जहाँ उन्हें विभिन्न प्रकार के प्रशिक्षण से गुजरना पड़ता है। उनका काम केवल तानाशाह को संतुष्ट करना होता है। इस समूह के सदस्य अक्सर बहुत कम उम्र में रिटायर कर दिए जाते हैं और उनकी जगह नई युवतियों का चयन किया जाता है। यह प्रणाली न केवल दिखाती है कि किस प्रकार शासन अपने नागरिकों को नियंत्रित करता है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि इन युवतियों के मानवाधिकार का किस हद तक उल्लंघन होता है।

नराधिपो यः स्वजनं परिपीडयेत् स वै राजन्न अपि राक्षसो भवति।

जो राजा अपने नागरिकों का शोषण करता है, वह राजा न होकर एक राक्षस के समान होता है।  यह श्लोक उत्तर कोरिया की सरकार की उन नीतियों के विपरीत है जो अपने युवा नागरिकों का शोषण करते हैं, जैसे कि ‘प्लेजर स्क्वाड’ के लिए युवतियों का चयन और उपयोग करना।