ईरान का अनसुना सच: खुलासा जो आपको हैरान कर देगा!
ईरान, जिसे पहले पर्सिया कहा जाता था, अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। 1925 के आसपास, ईरान अत्यधिक विकसित और प्रगतिशील था, जहां महिलाओं को ओलंपिक में भाग लेने, मॉडलिंग करने और नौकरी करने की स्वतंत्रता थी। यह दौर अमेरिका और अन्य विकसित देशों की तुलना में ईरान को अधिक उन्नत बनाता था। हालांकि, खुमैनी के आगमन के बाद, ईरान में बदलाव आया। उनके नेतृत्व में आंदोलनों के कारण देश में राजनीतिक परिवर्तन हुए, और ईरान का नाम बदलकर पर्सिया से ईरान कर दिया गया। ईरान का अर्थ है ‘आर्यों का राजा’। इस बदलाव के साथ, ईरान में इस्लामिक प्रभाव बढ़ा, और आज वहां की जनसंख्या का बहुसंख्यक हिस्सा शिया मुस्लिम है।
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ईरान की संस्कृति और समाज में महिलाओं की स्थिति में भी परिवर्तन आया। पहले की तुलना में अब महिलाओं पर अधिक प्रतिबंध हैं, जैसे कि बुर्खा पहनने की अनिवार्यता। ईरान में सौंदर्यशास्त्र को भी बहुत महत्व दिया जाता है, और नाक की सर्जरी आम है। ईरान की अर्थव्यवस्था में तेल और गैस का बड़ा योगदान है, जिससे देश अमीर है। ईरान दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा गैस उत्पादक है और तेल के मामले में भी अग्रणी है। ईरान की संस्कृति में कालीन बनाने की कला भी प्रमुख है। ईरानी कालीन दुनिया भर में प्रसिद्ध हैं और उनका निर्यात देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। ईरान में पिस्ता का उत्पादन भी बहुत अधिक है, और देश इसका बड़ा निर्यातक है।
ईरान की सरकार ने देश पर कई प्रतिबंध लगाए हैं, जिससे लोगों की स्वतंत्रता सीमित हो गई है। इसमें मीडिया और इंटरनेट पर प्रतिबंध शामिल हैं। इन प्रतिबंधों के बावजूद, ईरान के लोग अपनी संस्कृति और परंपराओं को महत्व देते हैं और देश की विरासत को संजोए रखते हैं।
विविधा ह्येताः प्रजाः सृष्टाः सर्वासु विद्यते धर्मः।
संस्कृतिर्विविधा यत्र तत्र राष्ट्रं प्रगल्भते॥
अर्थ – विभिन्न प्रकार की प्रजाएँ सृजित की गई हैं, और सभी में धर्म का अस्तित्व है। जहाँ विविध संस्कृतियाँ होती हैं, वहाँ राष्ट्र समृद्ध होता है। यह श्लोक ईरान के संदर्भ में बहुत प्रासंगिक है। ईरान एक ऐसा देश है जिसका इतिहास और संस्कृति बहुत विविधतापूर्ण है। इस श्लोक के अनुसार, जहाँ विभिन्न संस्कृतियाँ और धर्म होते हैं, वहाँ राष्ट्र की समृद्धि और प्रगल्भता बढ़ती है। ईरान का इतिहास, जिसमें पर्सियन से लेकर आधुनिक इस्लामिक ईरान तक का सफर शामिल है, इस बात का प्रमाण है कि संस्कृतियों की विविधता ने इस देश को एक अनूठी पहचान और समृद्धि प्रदान की है।
यह भी जाने –
- ईरान क्या है?
ईरान, जिसे पहले पर्सिया के नाम से जाना जाता था, मध्य पूर्व में स्थित एक देश है। इसका इतिहास प्राचीन सभ्यताओं और शाही राजवंशों से भरा पड़ा है। ईरान अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, विविध भूगोल और शक्तिशाली इतिहास के लिए प्रसिद्ध है।
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- सांस्कृतिक विरासत क्या है?
सांस्कृतिक विरासत वह धरोहर है जो एक समुदाय, समूह या देश द्वारा पीढ़ी दर पीढ़ी संजोई जाती है। ईरान की सांस्कृतिक विरासत में इसकी प्राचीन कला, वास्तुकला, साहित्य, और रीति-रिवाज शामिल हैं, जो इसके लंबे इतिहास और सभ्यता की गहराई को दर्शाते हैं।
- खुमैनी कौन थे?
आयतुल्लाह खुमैनी ईरान के एक प्रमुख धार्मिक और राजनीतिक नेता थे। 1979 में, उन्होंने ईरानी क्रांति का नेतृत्व किया, जिसने शाह की सत्ता को समाप्त कर दिया और ईरान को एक इस्लामिक गणराज्य में परिवर्तित कर दिया। उनका शासन ईरान के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ था।
- शिया मुस्लिम क्या हैं?
शिया मुस्लिम इस्लाम धर्म की एक प्रमुख शाखा है। शिया समुदाय मुख्य रूप से इमामों की वंशावली और उनके नेतृत्व को महत्व देते हैं। ईरान में शिया मुस्लिमों की बहुसंख्यक आबादी है, और यह देश शिया इस्लाम का एक प्रमुख केंद्र है।
- सौंदर्यशास्त्र क्या है?
सौंदर्यशास्त्र वह विज्ञान है जो सौंदर्य और कलात्मक सुंदरता के अध्ययन से संबंधित है। ईरान में, सौंदर्यशास्त्र का विशेष महत्व है, जैसे कि नाक की सर्जरी और चेहरे की सुंदरता पर जोर देना, जो वहां की सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा है।
- आर्यन सभ्यता क्या है?
आर्यन सभ्यता प्राचीन जातीय समूहों का एक समूह है जिनका इतिहास यूरोप और एशिया के कई हिस्सों में फैला हुआ है। ईरानी संस्कृति में आर्यनों का विशेष महत्व है, और उन्हें ईरान की प्राचीन सभ्यता के निर्माता के रूप में माना जाता है। ईरान में आर्यन सभ्यता की गहरी जड़ें हैं और इसका प्रभाव वहां की संस्कृति और इतिहास में देखा जा सकता है।