Iran-Israel conflict: इजराइल के डूबे 92000 करोड़ रुपए!

ईरान और इजराइल के बीच तनाव  (Iran-Israel conflict:)अब भी जारी है, जिसमें दोनों देशों ने विशाल रक्षा खर्च किया है। दोनों देश सैन्य और तकनीकी शक्ति में सक्षम हैं, लेकिन इजराइल परमाणु ताकत में आगे है। शांति की ओर बढ़ने की बजाय, ये देश और अधिक युद्ध की ओर अग्रसर हो सकते हैं।

Iran-Israel conflict:
Iran-Israel conflict:

इस लेख में हम ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष पर विचार करेंगे, जिसमें दोनों देशों की सैन्य और आर्थिक ताकत का विश्लेषण किया गया है। ईरान ने जब इजराइल पर मिसाइल और ड्रोन से हमला किया, तो इस घटना में दोनों देशों ने काफी बड़ी राशि खर्च की। इजराइल ने हमलावर हथियारों को इंटरसेप्ट करने में अकेले 92000 करोड़ रुपए खर्च किए। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि यदि दोनों देशों के बीच पूर्ण रूप से युद्ध छिड़ जाता है, तो खर्चों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता है।

इजराइल और ईरान, दोनों ही देश सैन्य ताकत के मामले में काफी समर्थ हैं। इजराइल का रक्षा बजट 24.2 अरब डॉलर है जबकि ईरान का महज 9.9 अरब डॉलर का है। ईरान के पास 551 फाइटर जेट्स और 4071 टैंक हैं, जबकि इजराइल के पास 612 सैन्य विमान और 2200 टैंक हैं। समुद्री ताकत के मामले में भी ईरान इजराइल से आगे है। हालांकि, परमाणु ताकत के मामले में इजराइल का कोई सानी नहीं है, क्योंकि ईरान के पास परमाणु हथियारों की आधिकारिक तौर पर कोई जानकारी नहीं है, जबकि इजराइल के पास 80 से अधिक परमाणु बम हैं।

टेक्नोलॉजी के मामले में इजराइल ईरान से कहीं आगे है। इजराइल के पास आयरन डोम सिस्टम जैसे आधुनिक डिफेंस सिस्टम्स हैं, जो दुश्मन के हमलों से बचाव कर सकते हैं। इसके अलावा, ईरान ने हाल के वर्षों में अपने ड्रोन और साइबर नेटवर्क को मजबूत किया है, जिससे वह टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में भी सक्षम हो सकता है। दोनों देशों की सैन्य तैयारियों और ताकत को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यदि युद्ध होता है तो दोनों ही देश एक दूसरे को कड़ी टक्कर देने में सक्षम होंगे।

युद्धमेव परित्यज्य, शान्तिमेव समाश्रयेत्।

युद्ध को त्याग कर, शांति का आश्रय लेना चाहिए। यह श्लोक ईरान और इजराइल के बीच चल रहे संघर्ष के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण है, जहां दोनों देशों द्वारा भारी खर्च और सैन्य शक्ति का प्रदर्शन शांति की ओर अग्रसर होने की बजाय युद्ध की ओर इशारा करता है।