भारत का सबसे घातक विमान: LCA Mk-2

भारत का DRDO LCA Mk-2 फाइटर जेट विकसित कर रहा है, जो अत्याधुनिक तकनीक से लैस होगा। यह विमान भारतीय वायुसेना की शक्ति में वृद्धि करेगा। इसकी विशेषताएं इसे दुनिया के शीर्ष फाइटर जेट्स की श्रेणी में लाती हैं।

भारत का सबसे घातक विमान: LCA Mk-2
LCA Mk-2

भारत ने रक्षा क्षेत्र में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया है। डीआरडीओ (DRDO) द्वारा विकसित किया जा रहा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट मार्क 2 (LCA MK-2) भारत के सबसे उन्नत और घातक फाइटर जेट्स में से एक बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। हाल ही में एक उच्च स्तरीय बैठक में डीआरडीओ प्रमुख, भारतीय वायुसेना के डेप्युटी चीफ ऑफ स्टाफ और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने इस विमान के विकास की स्थिति पर चर्चा की। यह विमान पूरी तरह से स्वदेशी होगा और इसे भारतीय वायुसेना में शामिल किया जाएगा।

इस बैठक में बताया गया कि अगले दो महीनों में एलसीए एमके-2 का पहला प्रोटोटाइप तैयार हो जाएगा और वर्ष 2025 से इसका प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। पूरी उम्मीद है कि 2026 तक इस विमान की पहली उड़ान संपन्न हो जाएगी। यह एक मीडियम वेट फाइटर जेट होगा, जो वर्तमान में मौजूद एलसीए यानी तेजस से कहीं अधिक उन्नत होगा। इसमें अत्याधुनिक सेंसर, बेहतर नियंत्रण उपकरण और एक शक्तिशाली इंजन होगा जो इसे उड़ान के दौरान अधिकतम नियंत्रण प्रदान करेगा।

इस फाइटर जेट की सबसे बड़ी विशेषता उसकी गति होगी। यह अधिकतम 2385 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से उड़ान भर सकेगा, जो दुनिया के कुछ शीर्ष फाइटर जेट्स की गति को टक्कर देगा। इसकी कुल रेंज 2500 किलोमीटर होगी, जबकि कॉम्बैट रेंज 1500 किलोमीटर होगी। यह अधिकतम 5675 18 फीट की ऊंचाई तक जा सकेगा और इसमें 13 हार्ड पॉइंट्स होंगे, जिन पर विभिन्न प्रकार के हथियार लगाए जा सकेंगे।

इसमें एंटी रेडिएशन मिसाइल रुद्रम, प्रेसीजन गाइडेड म्यूनिशन (PGM) जैसे बम और अन्य उन्नत हथियार शामिल किए जा सकेंगे। एलसीए मार्क 2 में लगाए गए एविनिक्स (avionics) और सेंसर्स दुश्मन के हमलों का पहले से पता लगाने और विमान को बचाने में सक्षम होंगे। यह विमान दुश्मनों की गतिविधियों की निगरानी और हमलों का प्रभावी जवाब देने में सक्षम होगा, जिससे भारत की वायुसेना की ताकत में और भी अधिक वृद्धि होगी।

एलसीए एमके-2 के शामिल होने के बाद वायुसेना अपने पुराने मिराज 2000 और मिग 29 जैसे विमानों को हटाकर इसे अपने बेड़े में शामिल करेगी। इसकी लंबाई 37.1 फीट, विंग स्पैन 27.11 फीट और ऊंचाई 15.11 फीट होगी, जबकि अधिकतम टेक ऑफ वजन 17500 किलोग्राम होगा। यह विमान 6500 किलोग्राम तक के हथियारों को लेकर उड़ान भर सकेगा।

यह नई पीढ़ी का मल्टीरोल सुपरसोनिक फाइटर जेट भारत की रक्षा क्षमताओं को एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। इस प्रकार, एलसीए मार्क 2 भारत के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता और नवीनतम तकनीकी विकास का प्रतीक बन जाएगा, जिससे भारतीय वायुसेना की शक्ति में अभूतपूर्व वृद्धि होगी। भारत का यह विमान दुश्मनों के लिए बेहद घातक साबित होगा और देश की सुरक्षा के लिए एक मजबूत ढाल बनेगा।

धृति-युक्तो भयं त्यक्त्वा, वायुयानं गगने स्थले।
सिद्धये सन्नद्धः सर्वदा, रक्षायै भारतस्य च।

धैर्य के साथ भय को त्यागकर, यह विमान आकाश में स्थित है। सदैव सफलता के लिए तैयार, भारत की रक्षा के लिए सन्नद्ध।  यह श्लोक उस विमान के साहस और उन्नत तकनीक का वर्णन करता है जो भारत की रक्षा के लिए तैयार है, जैसे कि LCA Mk-2 फाइटर जेट, जो उन्नत तकनीकी विशेषताओं के साथ भारतीय वायुसेना की शक्ति में वृद्धि करेगा।