रिजल्ट देख छात्र बेहोश, जाने पूरी कहानी

उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी अंशुल कुमार, जब उच्च अंकों के रिजल्ट साथ उत्तीर्ण हुए तो खुशी के मारे बेहोश हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया और आईसीयू में भर्ती कराया गया। उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है और सुधार की उम्मीद है।

रिजल्ट
रिजल्ट

उत्तर प्रदेश में बीते दिन हाई स्कूल और इंटर का रिजल्ट जारी होने पर छात्रों में खुशी की लहर दौड़ गई। अधिकतर छात्र इस परिणाम से संतुष्ट नजर आए। खासकर वे छात्र जिन्होंने परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उनके लिए यह दिन विशेष रूप से जश्न का दिन बन गया। विजयी छात्रों को मिठाई खिलाई गई और बधाईयां दी गईं। मीडिया ने भी इन खुशियों की खबरें प्रमुखता से दिखाईं।

हालांकि, इन सब के बीच मेरठ से एक ऐसी घटना सामने आई जिसने सबको चौंका दिया। एक दसवीं क्लास के छात्र ने जब अपना परिणाम देखा तो उसके 90 प्रतिशत से अधिक अंक देखकर वह अचानक बेहोश हो गया। इस छात्र की पहचान मेरठ के अंशुल कुमार के रूप में की गई है। अंशुल ने न केवल अपने परिवार बल्कि अपने स्कूल का भी नाम रोशन किया है। उसके उच्च प्रदर्शन के बावजूद, उसकी प्रतिक्रिया अप्रत्याशित थी।

उसके अचानक बेहोश होने की घटना ने परिवार और आस-पास के लोगों को स्तब्ध कर दिया। तुरंत उसे निकटवर्ती अस्पताल ले जाया गया जहां उसे आईसीयू में भर्ती कराया गया। डॉक्टरों ने बताया कि अचानक बेहोश होने का कारण अत्यधिक खुशी और आवेग की प्रतिक्रिया हो सकती है। अंशुल के माता-पिता, सुनील कुमार और गीता रानी ने भी इस बात की पुष्टि की कि अंशुल को अपने उच्च प्रदर्शन की उम्मीद नहीं थी और शायद इसी कारण उसकी प्रतिक्रिया इतनी गहन हुई।

इस घटना के बाद से अंशुल की सेहत पर नजर रखी जा रही है और डॉक्टर उसकी स्थिति में सुधार की उम्मीद कर रहे हैं। उसके स्कूल और दोस्त भी उसके जल्दी स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं। इस तरह की घटनाएं, हालांकि दुर्लभ हैं, लेकिन यह दर्शाती हैं कि अकादमिक प्रदर्शन के दबाव और उत्साह के क्षणों में छात्रों को किस प्रकार की भावनात्मक प्रतिक्रियाएं हो सकती हैं।

विद्ययाऽऽहरिते यशः
सुखं धनम् विद्यते न चेत् निराश्रयो नश्यति

विद्या से यश प्राप्त होता है, सुख और धन प्राप्त होते हैं। यदि विद्या नहीं है तो निराधार होकर व्यक्ति नष्ट हो जाता है। यह श्लोक लेख के संदर्भ में अत्यंत प्रासंगिक है क्योंकि अंशुल कुमार ने उच्च शिक्षा प्राप्त कर अपने जीवन में यश और समृद्धि की दिशा में कदम बढ़ाया, हालांकि अधिक खुशी के कारण उसे अस्थायी रूप से शारीरिक कठिनाई का सामना करना पड़ा।