भारत (India) में दिखा दुर्लभ जीव – सब हैरान!

भारत में एक अनोखा जीव दिखाई दिया है जिसे आज से पहले अपने देश में कभी नहीं देखा गया। भारत में हाल ही में एक दुर्लभ तिब्बती भूरे भालू का पहला साक्ष्य मिला है। इस भालू को सिक्किम वन विभाग और WWF-India द्वारा लगाए गए कैमरा ट्रैप की मदद से सिक्किम की ऊंचाई वाले इलाकों में देखा गया है। तिब्बती भूरे भालू को तिब्बती नीले भालू के नाम से भी जाना जाता है और यह दुनिया में भालू की सबसे दुर्लभ उप-प्रजातियों में से एक है। यह विशेष रूप से तिब्बती पठार में पाए जाते हैं, हालांकि अब तक तिब्बती पठार के अलावा नेपाल और भूटान में भी इनकी उपस्थिति दर्ज की गई है। 

Read also-Metaverse में हुआ गैंगरेप! : डिजिटल सुरक्षा पर बड़ा सवाल

इस भालू का वैज्ञानिक नाम Ursus arctos pruinosus है। यह भालू अपनी उपस्थिति, आवास और व्यवहार के मामले में आमतौर पर पाए जाने वाले हिमालयी काले भालू से बहुत अलग है। इस भालू में पीले रंग का स्काफ जैसा कॉलर होता है, जो कंधों से छाती तक चौड़ा होता है। यह 4000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले अल्पाइन जंगलों, घास के मैदानों और मैदानों में निवास करता है।

IUCN की रेड लिस्ट में इसकी स्थिति ‘Least Concern’ पर है और यह वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की अनुसूची दो में शामिल है। इस खोज से भारतीय वन्यजीव विविधता के अध्ययन में एक नया आयाम जुड़ा है। यह खोज न केवल वन्यजीव प्रेमियों के लिए उत्साहजनक है, बल्कि यह वन्यजीव संरक्षण और अध्ययन के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण योगदान है।

Read also- पीएम मोदी (Modi) भी जानते हैं छोटी गाय का महत्व! पर क्या आप जानते हैं ?

“पृथिव्यां यानि भूतानि परिपालयति प्रभुः।

तानि सर्वाणि भूतानि प्रभुमानयतामहम्॥”

अर्थ –“जो प्राणी इस पृथ्वी पर हैं, उन सभी का पालन पोषण प्रभु करते हैं। मैं उन सभी प्राणियों का सम्मान करता हूँ।” यह श्लोक भारत में दुर्लभ तिब्बती भूरे भालू की खोज से संबंधित है। इस श्लोक का अर्थ है कि प्रत्येक प्राणी का पालन-पोषण प्रकृति द्वारा किया जाता है और हमें सभी जीवों का सम्मान करना चाहिए। तिब्बती भूरे भालू की खोज इस बात का प्रमाण है कि प्रकृति में अनेक दुर्लभ और अनोखे प्राणी हैं, जिनका संरक्षण और सम्मान हमारी जिम्मेदारी है। इस श्लोक के माध्यम से हमें यह सीख मिलती है कि प्रत्येक जीव का महत्व है और हमें उनके संरक्षण के प्रति सजग रहना चाहिए।

यह भी जानें –

प्रश्न 1 : सिक्किम क्या है?

उत्तर: सिक्किम भारत का एक राज्य है जो हिमालय की गोद में बसा हुआ है। यह उत्तर-पूर्वी भारत में स्थित है और इसकी सीमाएं तिब्बत, भूटान, नेपाल और पश्चिम बंगाल से मिलती हैं। सिक्किम को 1975 में भारतीय गणराज्य का हिस्सा बनाया गया था। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, बौद्ध मठों और विविध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है।

प्रश्न 2: तिब्बती पठार क्या है?

उत्तर: तिब्बती पठार, जिसे ‘रूफ ऑफ द वर्ल्ड’ के नाम से भी जाना जाता है, एशिया का एक विशाल और उच्च पठार है। यह विश्व के सबसे ऊंचे पठारों में से एक है और मुख्य रूप से तिब्बत में स्थित है। इस पठार का भूगोल और जलवायु अत्यंत विशिष्ट हैं, जिसके कारण यहां कई दुर्लभ जीव-जंतु और पौधे पाए जाते हैं।

प्रश्न 3: नेपाल क्या है?

उत्तर: नेपाल हिमालय की तलहटी में स्थित एक संप्रभु देश है, जो उत्तर में चीन और दक्षिण, पूर्व, और पश्चिम में भारत से घिरा हुआ है। यह अपनी प्राकृतिक सुंदरता, पहाड़ी इलाकों और बौद्ध तथा हिंदू संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। नेपाल में माउंट एवरेस्ट जैसे विश्व के सबसे ऊंचे पर्वत भी स्थित हैं।

प्रश्न 4: भूटान क्या है?

उत्तर: भूटान हिमालय क्षेत्र में स्थित एक छोटा लेकिन संप्रभु देश है, जो उत्तर में चीन और दक्षिण में भारत से घिरा हुआ है। यह देश अपनी बौद्ध संस्कृति, प्राकृतिक सुंदरता और ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस के सिद्धांत के लिए जाना जाता है। भूटान अपने पर्यावरण संरक्षण और सतत विकास के प्रयासों के लिए भी प्रसिद्ध है।

प्रश्न 5: अल्पाइन जंगल क्या हैं?

उत्तर: अल्पाइन जंगल उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में पाए जाने वाले जंगल होते हैं, जहां ठंडी जलवायु और ऊंचाई के कारण विशिष्ट प्रकार के पेड़ और वनस्पतियां उगती हैं। ये जंगल जैव विविधता के लिए महत्वपूर्ण होते हैं और कई दुर्लभ जीव-जंतुओं का घर होते हैं।

प्रश्न 6: IUCN रेड लिस्ट क्या है?

उत्तर: IUCN रेड लिस्ट अंतर्राष्ट्रीय संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा तैयार की गई एक सूची है, जो विश्वभर के जीव-जंतुओं की संरक्षण स्थिति का आकलन करती है। इस सूची में जीवों को उनके विलुप्त होने के जोखिम के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है।

प्रश्न 7: वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 क्या है?

उत्तर: वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 भारतीय कानून है, जिसका उद्देश्य देश में वन्यजीवों और उनके आवासों का संरक्षण करना है। इस अधिनियम के तहत वन्यजीवों का शिकार, व्यापार और उनके आवासों का विनाश नियंत्रित और दंडनीय है।

प्रश्न 8: वन्यजीव विविधता क्या है?

उत्तर: वन्यजीव विविधता एक क्षेत्र में पाए जाने वाले विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं और वनस्पतियों की विविधता को कहते हैं। यह जैविक विविधता का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य और संतुलन के लिए आवश्यक है।

प्रश्न 9: वन्यजीव संरक्षण क्या है?

उत्तर: वन्यजीव संरक्षण जीव-जंतुओं और उनके आवासों की रक्षा और संरक्षण की प्रक्रिया है। इसमें वन्यजीवों के विलुप्त होने के जोखिम को कम करना, उनके आवासों का संरक्षण, और उनकी जैविक विविधता को बनाए रखना शामिल है।