Paris Olympics 2024: पीएम मोदी ने दिया Secret मंत्र !

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए जा रहे भारतीय एथलीट्स को प्रेरित किया। उन्होंने खिलाड़ियों से अपने अनुभव साझा किए और उन्हें संयम, धैर्य, और आत्मविश्वास के महत्व को समझाया। खिलाड़ियों ने अपने अनुभव और तैयारियों के बारे में बताया।

Paris Olympics 2024: पीएम मोदी ने दिया Secret मंत्र

भारत पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए लगभग 120 खिलाड़ियों का दल भेज रहा है। इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एथलीट्स से मुलाकात की और उनमें जोश भरा। उन्होंने खिलाड़ियों को प्रेरित किया कि वे देश का नाम रोशन करें। मोदी ने अपने अनुभव साझा किए और खिलाड़ियों को बताया कि कैसे कठिन परिस्थितियों में भी संयम और धैर्य बनाए रखना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “मैं आज ज्यादा समय नहीं लूंगा क्योंकि आप जाने के मूड में होंगे और जीतने के मूड में होंगे। मैं आपका स्वागत करने के मूड में हूं जब आप जीतकर वापस आओगे। मेरी कोशिश रहती है कि खेल जगत से जुड़े हमारे देश के सितारों से मिलता रहूं, नई चीजें जानता रहूं, उनके प्रयासों को समझता रहूं और सरकार के नाते अगर व्यवस्था में कुछ बदलाव लाना है, कुछ प्रयास बढ़ाने हैं, तो इस दिशा में काम करता रहूं।”

मोदी ने खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने खेल पर ध्यान केंद्रित रखें और किसी भी बाहरी दबाव से प्रभावित न हों। उन्होंने कहा कि खेल का स्वभाव ही चुनौतियों का सामना करना और सीखना है। मोदी ने खिलाड़ियों से कहा कि वे ओलंपिक को एक सीखने का अवसर मानें और जितना हो सके नए तकनीकों और तरीकों को अपनाएं। उन्होंने खिलाड़ियों को यह भी याद दिलाया कि उन्हें अपने कौशल और प्रतिभा पर भरोसा रखना चाहिए और बाहरी दिखावे या प्रतिस्पर्धियों की शारीरिक संरचना से प्रभावित नहीं होना चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “खेल का एक स्वभाव होता है। हर विद्यार्थी का जैसे रहता है जब वह पेपर देने जाता है, तो पूरे घर को ऐसा विश्वास देता है कि आप चिंता मत कीजिए, मैं रैंक लेकर के आने वाला हूं। जब उसको तो पता चल जाता है एग्जामिनेशन में क्या हो रहा है, क्या कर पाएगा, ठीक गया नहीं गया, तो निकलते ही शुरू कर देता है पंखे की आवाज बहुत आ रही थी, खिड़की खुली थी तो मजा नहीं आ रहा था, टीचर बार-बार मेरी तरफ देखते थे। ऐसे स्टूडेंट्स के पास बहुत सारे बहाने होते हैं और हमेशा वह परिस्थितियों को दोष देते हैं। लेकिन मैंने देखा है कि कई खिलाड़ी कभी भी परिस्थितियों को दोष नहीं देते।”

इसके बाद, कुछ एथलीट्स ने अपने अनुभव साझा किए और अपनी तैयारियों के बारे में बताया।

खिलाड़ियों के अनुभव और प्रधानमंत्री की प्रतिक्रियाएं

रमिता जिंदल (एयर राइफल शूटिंग)

रमिता ने बताया कि वह पहली बार ओलंपिक में जा रही हैं और इसके लिए बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “मैं हरियाणा से हूं लेकिन चेन्नई में ट्रेनिंग करती हूं। परिवार में कोई खेल जगत से नहीं है, मैंने ही शुरुआत की है।”

अंतिम पंगल (रेसलिंग)

अंतिम ने बताया कि वह 19 साल की हैं और पहली बार ओलंपिक में जा रही हैं। उन्होंने कहा, “अभी तक ओलंपिक में कुस्ती में सिर्फ एक ही मेडल आया है, वह भी ब्रॉन्ज। मैं चाहती हूं कि मैं इससे भी अच्छा मेडल लेकर आऊं।”

दीपिका कुमारी (आर्चरी)

दीपिका ने कहा कि यह उनका चौथा ओलंपिक है और वह बहुत उत्साहित हैं। उन्होंने बताया कि अनुभव के आधार पर वह अपने प्रदर्शन को और बेहतर बनाने की कोशिश करेंगी।

पवम एमर (एथलेटिक्स)

पवम ने बताया कि यह उनका तीसरा ओलंपिक है और उन्होंने पिछले ओलंपिक से बहुत कुछ सीखा है। उन्होंने कहा, “हमेशा यह ध्यान रखना चाहिए कि हम अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें।”

पीवी सिंधु (बैडमिंटन)

पीवी सिंधु ने कहा कि यह उनका तीसरा ओलंपिक है और वह पहले भी सिल्वर और ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं। उन्होंने कहा, “मैं इस बार गोल्ड मेडल लाने की पूरी कोशिश करूंगी।”

प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों को यह भी सलाह दी कि वे अपनी नींद और आराम का ध्यान रखें, क्योंकि यह उनके प्रदर्शन के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने खिलाड़ियों को सुझाव दिया कि वे जितना हो सके अच्छी नींद लें और अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार ने खिलाड़ियों की सुविधा के लिए विभिन्न व्यवस्थाएं की हैं और उन्हें पूरी कोशिश करनी चाहिए कि वे इनका पूरा लाभ उठाएं।

प्रियंका गोस्वामी (वॉकिंग)

प्रियंका ने कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया और स्विट्जरलैंड में ट्रेनिंग कर रही थीं और उन्हें सरकार और टॉप्स की ओर से बहुत समर्थन मिला है। उन्होंने कहा, “आपके समर्थन के लिए धन्यवाद।”

निखत (बॉक्सिंग)

निखत ने कहा, “यह मेरा पहला ओलंपिक है और मैं बहुत उत्साहित हूं। मैं देश का नाम रोशन करने की पूरी कोशिश करूंगी।”

नीरज चोपड़ा (जेवलिन थ्रो)

नीरज ने बताया कि वह जर्मनी में ट्रेनिंग कर रहे हैं और उनकी तैयारी बहुत अच्छी चल रही है। उन्होंने कहा, “पिछली बार मैंने गोल्ड जीता था और इस बार भी मेरी कोशिश रहेगी कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों को यह भी कहा कि वे ओलंपिक में नई चीजों को ऑब्जर्व करें और उनसे सीखें। इससे भारत को 2036 में ओलंपिक की मेजबानी करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों का अनुभव सरकार और देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।

मनु भाकर (शूटिंग)

मनु भाकर ने कहा कि खेलो इंडिया ने उन्हें बहुत मदद की है और वह दूसरे ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व करने जा रही हैं। उन्होंने कहा, “खेलो इंडिया और टॉप्स की वजह से मुझे बहुत सपोर्ट मिला है।”

हरमनप्रीत सिंह (हॉकी)

हरमनप्रीत ने बताया कि भारतीय हॉकी टीम इस बार बहुत मजबूत है और वे देश के लिए मेडल लाने की पूरी कोशिश करेंगे। उन्होंने कहा, “हॉकी की हिस्ट्री बहुत बड़ी है और हम अपनी पूरी मेहनत कर रहे हैं।”

प्रधानमंत्री मोदी ने खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे अपने सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ वापस आएं और देश को गौरवान्वित करें। उन्होंने कहा कि भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और वे देश के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।

अथ धैर्यं बलं धैर्यं बलिनां विद्यते बलं।

धैर्येणैव हि विप्राणां युक्तं कर्म समाप्यते॥

धैर्य ही बल है, बलवानों का धैर्य ही बल होता है। धैर्य के साथ ही विद्वानों का कर्म सफल होता है। यह श्लोक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाड़ियों को दिए गए संदेश के साथ मेल खाता है, जहां उन्होंने खिलाड़ियों को कठिन परिस्थितियों में संयम और धैर्य बनाए रखने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अपने कौशल और प्रतिभा पर भरोसा रखें और बाहरी दबाव से प्रभावित न हों।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यह बातचीत एथलीट्स के लिए न केवल प्रेरणादायक थी, बल्कि उन्होंने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से तैयार रहने की सलाह भी दी। उन्होंने खिलाड़ियों को यह याद दिलाया कि वे देश के लिए गौरव का प्रतीक हैं और उनके प्रदर्शन से देश का मान बढ़ता है। ओलंपिक में जाने वाले सभी खिलाड़ियों ने अपनी तैयारियों और उम्मीदों के बारे में बताया और प्रधानमंत्री से प्रेरणा प्राप्त की।

मोदी ने अंत में सभी खिलाड़ियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “यह देश के लिए कुछ कर गुजरने का अवसर है। आपने अपनी तपस्या से इस स्थान तक पहुंचे हैं। अब आपके लिए अवसर है देश को कुछ देने का।” उन्होंने कहा कि भारत को अपने खिलाड़ियों पर गर्व है और वे देश के लिए प्रेरणा स्रोत हैं।