26 January Republic day 2024: फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रोन का भारत में होगा भव्य स्वागत

भारत का पक्का साझेदार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पक्के दोस्त, फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों, इस बार 26 January को होने वाले गणतंत्र दिवस परेड के लिए भारत के विशेष मेहमान होंगे। यानी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 26 January गणतंत्र दिवस पर अपने दोस्त एमानुएल मैक्रों का गर्मजोशी के साथ ग्रांड वेलकम करते नजर आएंगे। 

अब से कुछ समय पहले ठीक ऐसे ही तस्वीर फ्रांस में देखने को मिली थी जब फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया था। अब फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों 26 January को होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में चीफ गेस्ट यानी मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचेंगे। 

2024 के गणतंत्र दिवस समारोह में शामिल होने के लिए फ्रांसीसी राष्ट्रपति को आमंत्रित किया गया है। गणतंत्र दिवस की तैयारियां अब अपने जोरों पर हैं क्योंकि परेड में अब लगभग एक महीने का वक्त ही बचा है और इस एक महीने के दौरान गणतंत्र दिवस को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से शुरू हो जाएंगी। और इस बीच गणतंत्र दिवस में शामिल होने के लिए चीफ गेस्ट का नाम भी सामने आ गया है। 

इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों के बीच इस तरीके की मुलाकात फ्रांस में हुई थी जब प्रधानमंत्री मोदी को बेस्टिल डे पीरियड में हिस्सा लेने के लिए फ्रांस में न्योता दिया गया था। हालांकि इसके बाद भी दोनों नेताओं के बीच में कई मुलाकात हुई हैं जैसे कि G20 सम्मेलन में भी। 

जी-20 सम्मेलन में फ्रांस का नेतृत्व करने के लिए एमानुएल मैक्रों भारत पहुंचे थे और उस वक्त भी दोनों की दोस्ती की तारीफ पूरी दुनिया में हुई। यह बात किसी से छिपी नहीं है कि एनल मैक्रोन को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कितने पसंद हैं। इसके अलावा भी भारत की फ्रांस के साथ साझेदारी बहुत वक्त पुरानी है। 1975 से लेकर आज तक दोनों देशों के बीच में साझेदारी निरंतर बढ़ी है, खासकर रक्षा साझेदारी। 

मैक्रो से पहले पूर्व फ्रांसीसी प्रधानमंत्री जैक शिराक 1976 और 1958 में भारत के गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे। उनसे पहले पूर्व राष्ट्रपति वालेरी गिस्का डी एस्टिंग, निकोलस सरकोजी, और फ्रैंकोइस ओलां 1980, 2008, और 2016 में मुख्य अतिथि थे। और अब एक बार फिर एमानुएल मैक्रोन के नेतृत्व में जब फ्रांस आगे बढ़ रहा है और दोनों देशों के बीच रक्षा साझेदारी में और भी आगे बढ़ रही हैं तो फ्रांस के राष्ट्रपति एमल मैक्रों भारत आ रहे हैं वह भी तब जब भारतीय नौसेना फ्रांस से और राफेल खरीदने की तैयारी में है।

“मित्राणि चक्षुषा पश्येत् सर्वत्र समदर्शिनः।”

Hindi Meaning: “एक समदर्शी व्यक्ति को हर जगह मित्र ही दिखाई देते हैं।”

Relation with the Article: यह श्लोक भारत और फ्रांस के बीच मजबूत और स्थायी मित्रता को दर्शाता है, जैसा कि गणतंत्र दिवस 2024 पर फ्रांस के राष्ट्रपति एमानुएल मैक्रों के भव्य स्वागत से स्पष्ट होता है। यह श्लोक बताता है कि जब दो देश समान दृष्टिकोण और सम्मान के साथ एक-दूसरे को देखते हैं, तो वे न केवल राजनीतिक और आर्थिक संबंधों में, बल्कि सांस्कृतिक और मानवीय स्तर पर भी मित्र बन जाते हैं। इस तरह की मित्रता दोनों देशों के लिए शांति, प्रगति और समृद्धि का मार्ग प्रशस्त करती है। फ्रांस के राष्ट्रपति का गणतंत्र दिवस पर भारत आना इसी गहरी मित्रता और समझ का प्रतीक है।

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भारत का गणतंत्र          दिवस                                                                                                                             भारत हर वर्ष 26 January को गणतंत्र दिवस मनाता है, जिस दिन 1950 में भारतीय संविधान लागू हुआ था। यह दिन राष्ट्रीय एकता, गौरव और विविधता का प्रतीक है। दिल्ली में भव्य परेड, देशभक्ति के गीत और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम इस दिन की शोभा बढ़ाते हैं। यह दिन भारतीय गणराज्य की शक्ति और उसके संविधान के प्रति सम्मान को दर्शाता है। गणतंत्र दिवस भारत की सांस्कृतिक विरासत और सैन्य शक्ति का भी प्रदर्शन करता है, जहां देश के वीर सैनिकों, विविधतापूर्ण संस्कृतियों और उपलब्धियों का सम्मान किया जाता है।
भारत और फ्रांस के संबंध और विकासभारत और फ्रांस के संबंध ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और रणनीतिक महत्व के हैं। दोनों देश विभिन्न क्षेत्रों जैसे रक्षा, अंतरिक्ष, ऊर्जा और शिक्षा में गहरी साझेदारी रखते हैं। फ्रांस भारत को रफाल जेट्स जैसे उन्नत सैन्य उपकरण प्रदान करता है, जबकि अंतरिक्ष और परमाणु ऊर्जा में भी दोनों की सहभागिता है। यह संबंध न केवल द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को बढ़ावा देते हैं बल्कि वैश्विक मंच पर भी एक साझा आवाज प्रदान करते हैं। इस प्रकार, भारत और फ्रांस के बीच संबंध दोनों देशों के विकास और प्रगति के लिए महत्वपूर्ण हैं। इन संबंधों के माध्यम से, दोनों देश विश्व मंच पर शांति, स्थिरता और समृद्धि के लिए साथ काम करते हैं। फ्रांस के साथ भारत की गहरी साझेदारी ने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा, विकास और तकनीकी नवाचारों में नए आयाम स्थापित किए हैं।