Bangladesh’s Crisis: बांग्लादेश के संकट से भारत को सुनहरा अवसर!

बांग्लादेश के राजनीतिक संकट ने उसके कपड़ा उद्योग को प्रभावित किया है, जिससे भारत को लाभ हो सकता है। भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए यह एक बड़ा अवसर है।

Bangladesh's Crisis: बांग्लादेश के संकट से भारत को सुनहरा अवसर!
भारत

भारत के कपड़ा (textile) उद्योग में आने वाले समय में तेज़ी देखने को मिलेगी, जिसका एक कारण बांग्लादेश में चल रहा राजनीतिक संकट है। बांग्लादेश की अर्थव्यवस्था में कपड़ा उद्योग की महत्वपूर्ण भूमिका है, जो उसके कुल निर्यात का 83% है। ज़ारा और एचएनएम जैसे बड़े फैशन ब्रांड्स के कपड़े बांग्लादेश में बनाए जाते हैं। परंतु, मौजूदा संकट के कारण बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग बुरी तरह प्रभावित हो सकता है, जिससे उसके निर्यात पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। इस स्थिति का लाभ अन्य देशों को मिल सकता है, खासकर चीन और भारत जैसे देशों को।

भारत के लिए यह एक बड़ा अवसर है, क्योंकि भारत भी दुनिया का छठा सबसे बड़ा परिधान निर्यातक है। भारत की कपड़ा उद्योग में विस्तार की संभावनाएं बांग्लादेश की समस्याओं के चलते बढ़ सकती हैं। भारतीय कपास (cotton) उद्योग पर भी इस संकट का असर देखा जा सकता है। भारत हर साल करीब 2.4 अरब डॉलर का कपास बांग्लादेश को निर्यात करता है। पिछले कुछ वर्षों में, भारतीय कपास के कुल निर्यात में बांग्लादेश की हिस्सेदारी बढ़कर 34.9% हो गई है। बांग्लादेश के संकट के चलते भारतीय कपास के निर्यात में कमी आ सकती है, लेकिन इस स्थिति का लाभ भारतीय कपड़ा निर्माताओं को मिल सकता है।

भारत और बांग्लादेश के बीच द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध काफी मजबूत रहे हैं, लेकिन बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता के कारण फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर वार्ता में देरी हो सकती है। वर्ल्ड बैंक के अनुसार, इस FTA का दोनों देशों को बहुत फायदा होता। बांग्लादेश का भारत को निर्यात 297% तक बढ़ सकता था, जबकि भारत का बांग्लादेश को निर्यात 1572% तक बढ़ने में मदद मिल सकती थी।

बांग्लादेश के राजनीतिक संकट ने उसके आर्थिक संकट और महंगाई की समस्याओं को भी बढ़ा दिया है, जिससे वहां की ओवरऑल डिमांड घट रही है और भारतीय निर्यात पर नकारात्मक असर पड़ रहा है। भारतीय कंपनियां भी बांग्लादेश में बड़ी मात्रा में निवेश कर रही हैं, जैसे अदानी ग्रुप की कंपनी अदानी विल्मर, जो बांग्लादेश के सबसे बड़े कुकिंग ऑयल ब्रांड की मालिक है। इसके अलावा, भारतीय ऑटो कंपनियां भी वहां बड़े पैमाने पर एक्सपोर्ट करती हैं। ऐसे में, भारत के लिए यह समय खुद को मजबूत करने और बांग्लादेश के संकट से उत्पन्न हुए अवसरों का लाभ उठाने का है।

विद्यते व्यापारस्य च महत्त्वं,
संपत्तिं लभते येन जनपदः।
सङ्कटे स च यदि विप्लवस्तदा,
अन्ये राष्ट्राः लाभमवाप्नुयुः॥

व्यापार का महत्त्व बहुत बड़ा होता है, जिससे एक राष्ट्र को संपन्नता प्राप्त होती है। यदि संकट में वह व्यापार विप्लव हो जाए, तो अन्य राष्ट्र उसका लाभ प्राप्त करते हैं। उपरोक्त श्लोक का अर्थ भारत और बांग्लादेश के वर्तमान परिदृश्य के साथ मेल खाता है, जहाँ बांग्लादेश के राजनीतिक संकट के कारण उसके कपड़ा उद्योग में व्यवधान हो रहा है। इस स्थिति का लाभ भारत को मिल सकता है, क्योंकि यह कपड़ा उद्योग में अपने व्यापार को बढ़ाने का अवसर प्राप्त कर सकता है।