जापान कैसे बन रहा है वैश्विक महाशक्ति?

  1. जापान ने अपनी सैन्य और तकनीकी क्षमताओं में वृद्धि की है।
  2. इसने वैश्विक मंच पर एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली भूमिका निभाने की दिशा में कदम बढ़ाया है।
  3. जापान के उदय ने भारत समेत कई देशों के साथ उसके संबंधों को मजबूत किया है।
जापान
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आधुनिक जापान का उदय और उसकी वैश्विक प्रभावकारिता इस तथ्य से जुड़ी हुई है कि जापान ने अपने सैन्य और आर्थिक ढांचे में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। जापान, जो कभी एक सोया हुआ राक्षस माना जाता था, अब एक नई और उन्नति प्राप्त करने वाली शक्ति के रूप में उभर रहा है। इसकी तुलना पुराने मिथकीय चरित्र हनुमान से की जा सकती है, जिन्हें अपनी विशाल शक्तियों का एहसास देर से हुआ था। जापान ने अपनी मिलिट्री क्षमता और तकनीकी विकास में काफी सुधार किया है, जिससे यह न केवल एशिया में बल्कि पूरी दुनिया में एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बन गया है।

जापान का इतिहास युद्ध और संघर्ष से भरा पड़ा है, जिसमें विश्व युद्धों में उसकी मुख्य भूमिका थी। लेकिन आज, जापान ने अपनी नीतियों में शांति और सहयोग की दिशा में महत्वपूर्ण परिवर्तन किए हैं। यह आधुनिक जापान, विशेषकर बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट्स जैसी बड़ी योजनाओं में भारत के साथ मिलकर काम कर रहा है, जिससे इस क्षेत्र में तकनीकी और आर्थिक प्रगति हो रही है।

इसके अलावा, जापान अब अपने रक्षा बजट को बढ़ा रहा है और 2027 तक इसे दोगुना करने की योजना है, जिससे यह साफ होता है कि जापान अपनी सुरक्षा और सैन्य क्षमता को बढ़ाने के लिए कृतसंकल्प है। यह उसके लिए न केवल एक आंतरिक मजबूती का सूचक है, बल्कि एक संदेश भी है कि जापान भविष्य में किसी भी संघर्ष के लिए तैयार है।

जापान की इन नीतियों का मुख्य उद्देश्य उसकी अपनी सुरक्षा बढ़ाना और वैश्विक मंच पर एक सशक्त और सम्मानित नेता के रूप में उभरना है। इस नई जापानी नीति के तहत, जापान न केवल अपने पारंपरिक सहयोगियों के साथ मजबूती से खड़ा होगा, बल्कि वैश्विक समस्याओं का समाधान करने में भी एक अग्रणी भूमिका निभाएगा।

योगः कर्मसु कौशलम्।

कर्म में कौशल योग है।  जापान के आधुनिकीकरण और सैन्य ताकत में वृद्धि के संदर्भ में, यह श्लोक जापान की कुशलता और तकनीकी उन्नति की ओर इशारा करता है जो उसे वैश्विक मंच पर एक मजबूत शक्ति बनाती है।