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Cyber Fraud Busted |
श्रीगंगानगर में एक बड़े साइबर ठगी गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसने हजारों लोगों से करोड़ों रुपये की ठगी कर उन्हें आर्थिक नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने इस गिरोह पर शिकंजा कसते हुए आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। यह गिरोह लोगों को विदेशी मुद्रा व्यापार (Forex Trading) और क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर बड़े रिटर्न का लालच देकर ठगी कर रहा था। ठगों ने “विस अकेडमी डवर्ड” नाम से एक वेबसाइट बनाई थी, जहां निवेशकों को आकर्षित करने के लिए बड़े मुनाफे का झांसा दिया जाता था।
ठगी का तरीका बेहद शातिराना था। पहले लोगों को इस फर्जी वेबसाइट पर पंजीकरण कराया जाता था और फिर उनका लॉगिन आईडी और पासवर्ड हासिल कर लिया जाता था। इसके बाद, बिना उनकी अनुमति के, उनके निवेश को ठग अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लेते थे। इतना ही नहीं, इस गिरोह का एक और तरीका था कि जब कोई नया व्यक्ति निवेश करता था, तो उसके पैसे का इस्तेमाल पुराने निवेशकों को कुछ रिटर्न देने में किया जाता था, जिससे उन्हें लगता कि उनका पैसा सही जगह निवेश हो रहा है और वे और अधिक पैसे लगाने को तैयार हो जाते थे।
पुलिस की जांच में पता चला है कि यह गिरोह पिछले डेढ़ साल से सक्रिय था और अब तक लगभग 5000 लोग इसमें अपना पैसा लगा चुके थे। ठगी की कुल राशि 21 करोड़ रुपये से भी अधिक होने की आशंका जताई जा रही है। पुलिस ने मौके से कई मोबाइल फोन, लैपटॉप और एक टाटा सफारी जब्त की है, जिसका इस्तेमाल ये ठग अपने शिकारों से मिलने और उन्हें भरोसे में लेने के लिए करते थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि इस गिरोह का नेटवर्क बहुत बड़ा हो सकता है और गिरफ्तार किए गए आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है ताकि अन्य शामिल लोगों के बारे में भी जानकारी मिल सके। इस मामले में साइबर पुलिस और अन्य जांच एजेंसियों को भी शामिल किया गया है ताकि ठगी के शिकार अन्य लोगों का पता लगाया जा सके।
ऐसे साइबर ठगों से बचने के लिए लोगों को निवेश से पहले पूरी तरह से जांच-पड़ताल करनी चाहिए और किसी भी संदिग्ध वेबसाइट पर अपने बैंकिंग विवरण साझा करने से बचना चाहिए। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि यदि वे इस प्रकार की किसी ठगी का शिकार हुए हैं या उन्हें कोई संदिग्ध गतिविधि दिखे तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
श्रीगंगानगर में हुए इस साइबर ठगी कांड ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले अपराधी कितने शातिर हो सकते हैं और वे किस तरह से आम लोगों की मेहनत की कमाई को हड़पने के लिए नई-नई तरकीबें अपनाते हैं। हालांकि, पुलिस की मुस्तैदी से इस गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है, लेकिन जरूरत इस बात की है कि लोग भी सतर्क रहें और लालच में आकर जल्दबाजी में कोई भी आर्थिक निर्णय न लें।