चाइनीज ऑरेंज या कैलामोंडिन ऑरेंज (Calamondin Orange) एक बेहद खूबसूरत और उपयोगी पौधा है, जिसे आसानी से घर पर गमले में उगाया जा सकता है। इस फलदार पौधे की खासियत यह है कि यह साल में दो बार फल देता है और इसके फल कई महीनों तक पौधे पर लगे रहते हैं। छोटे आकार के इस पौधे को घर की बालकनी, छत या बगीचे में आसानी से लगाया जा सकता है। इसके खट्टे-मीठे फल स्वादिष्ट होने के साथ-साथ सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होते हैं। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि इस पौधे को कैसे उगाया जाए, इसकी देखभाल कैसे की जाए, और इसके फलों से टेस्टी और हेल्दी ड्रिंक कैसे बनाई जा सकती है।
चाइनीज ऑरेंज पौधा नर्सरी में आसानी से मिल जाता है और इसकी कीमत भी ज्यादा नहीं होती। यदि नर्सरी में उपलब्ध न हो तो इसे ऑनलाइन मंगाया जा सकता है। यह पौधा बीज से भी उगाया जा सकता है, लेकिन बीज से उगाए गए पौधे को फल देने में कई साल लग सकते हैं। इसलिए, इसे ग्राफ्टिंग या एयर लेयरिंग (Air Layering) तकनीक से उगाना बेहतर होता है। एयर लेयरिंग एक ऐसी तकनीक है, जिससे पौधे की ब्रांच को कट करके उसमें जड़ें विकसित करवाई जाती हैं और फिर इसे नए गमले में लगाया जाता है। इस तकनीक की मदद से नया पौधा जल्दी विकसित होता है और जल्द ही फल देने लगता है।
अगर आप इस पौधे को उगाना चाहते हैं, तो सबसे पहले सही जगह का चुनाव करना बहुत जरूरी है। चाइनीज ऑरेंज के पौधे को भरपूर धूप की जरूरत होती है, इसलिए इसे ऐसी जगह लगाएं जहां दिन में कम से कम 5-6 घंटे सूरज की रोशनी मिल सके। मिट्टी का चयन भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसके लिए 50% वर्मी कम्पोस्ट (Vermicompost) और 50% सामान्य मिट्टी को मिलाकर एक पोषक मिश्रण तैयार करें। इस मिश्रण को अच्छी तरह से गीला करें और फिर इसे गमले में भरें।
इस पौधे के विकास के लिए पानी का सही मात्रा में देना भी बहुत जरूरी है। इसे तभी पानी देना चाहिए जब मिट्टी ऊपर से सूखी लगे। ज्यादा पानी देने से पौधे की जड़ें गल सकती हैं और उसमें फंगस लग सकता है। सर्दियों में पौधे को ज्यादा पानी देने की जरूरत नहीं होती, लेकिन गर्मियों में इसे नियमित रूप से पानी देना चाहिए।
इसके अलावा, पौधे को पोषण देने के लिए हर महीने गोबर की खाद या वर्मी कम्पोस्ट डालनी चाहिए। इसके साथ ही, माइक्रो न्यूट्रिएंट्स (Micro Nutrients) की कमी को पूरा करने के लिए महीने में एक बार मैग्नीशियम सल्फेट (Magnesium Sulphate) और अमोनियम सल्फेट (Ammonium Sulphate) डाल सकते हैं। इससे पौधे की पत्तियां हरी-भरी बनी रहती हैं और इसमें ज्यादा फल लगते हैं।
चाइनीज ऑरेंज पौधे की ग्रोथ को सही दिशा में बनाए रखने के लिए समय-समय पर इसकी प्रूनिंग (Pruning) करनी चाहिए। इससे पौधा घना और मजबूत बनता है और उसमें ज्यादा फूल और फल आते हैं। फूल आने के बाद मधुमक्खियों और अन्य परागण करने वाले कीड़ों की मदद से फल बनने की प्रक्रिया शुरू होती है। इस पौधे में फल बनने के बाद पकने में लगभग 5-6 महीने का समय लगता है।
जब फल पक जाते हैं, तो इन्हें तोड़कर खाने के अलावा इससे टेस्टी और हेल्दी ड्रिंक भी बनाई जा सकती है। इसके लिए पके हुए फलों का रस निकालकर उसमें थोड़ा सा काला नमक, शहद और चीनी मिलाकर ब्लेंड करें। इसके बाद इसमें बर्फ के टुकड़े डालकर ठंडा-ठंडा सर्व करें। यह ड्रिंक न सिर्फ स्वादिष्ट होती है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है। इसमें विटामिन सी और एंटीऑक्सिडेंट्स (Antioxidants) प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं।
अगर पौधे पर कीड़े या कोई बीमारी लग जाए तो हर 15 दिन में एक बार नीम ऑयल (Neem Oil) को पानी में मिलाकर पौधे पर स्प्रे करना चाहिए। इससे पौधा स्वस्थ बना रहता है और उसमें कोई रोग नहीं लगता।
इस तरह, चाइनीज ऑरेंज एक शानदार फलदार पौधा है जिसे गमले में आसानी से उगाया जा सकता है। अगर इसकी सही देखभाल की जाए, तो यह पौधा सालों-साल भरपूर फल देता है। यह न केवल बगीचे की शोभा बढ़ाता है बल्कि घर में ऑर्गेनिक और ताजे फल भी उपलब्ध कराता है। अगर आप भी अपने घर में एक मिनी ऑरेंज ट्री लगाना चाहते हैं, तो आज ही इसे नर्सरी से खरीदें और इसे अपने बगीचे या बालकनी में लगाकर इसका आनंद लें।