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Placing a Conch at Home Can Change Your Fate! |
शंख को घर के मंदिर में रखने के तरीके को लेकर प्राचीन ग्रंथों और परंपराओं में विशेष ध्यान दिया गया है। शंख न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि वास्तु और ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर दक्षिणावर्ती शंख (Dakshinavarti Shankh) हो, तो इसे रखते समय इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए कि इसका मुख (opening) ऊपर की ओर न हो। इसे हमेशा नीचे की ओर रखना चाहिए। जब भी शंख को घर में रखा जाए, तो उसका नुक (pointed end) उत्तर दिशा में और बजाने वाला हिस्सा दक्षिण दिशा में होना चाहिए। इसे इस प्रकार रखने से यह सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) को बढ़ाता है और घर में सुख-समृद्धि आती है। अगर किसी कारणवश इस दिशा में नहीं रखा जा सकता, तो दूसरा विकल्प यह है कि नुक वाला हिस्सा पूर्व दिशा में और बजाने वाला हिस्सा पश्चिम दिशा में रखा जाए।
कुछ लोग सामान्य शंख भी घर में रखते हैं, जो दक्षिणावर्ती नहीं होते और जिनमें कोई विशेष आकृति नहीं उभरी होती। ऐसे शंख में पानी भरकर रखना बहुत शुभ माना जाता है। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और वातावरण को पवित्र बनाता है। शुक्रवार या गुरुवार के दिन इस शंख में भरे हुए जल से घर में छींटा (sprinkling) लगाने से देवी लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। ऐसा करने से घर में आर्थिक उन्नति (financial growth) होती है और पारिवारिक सुख-संपन्नता बनी रहती है। इस परंपरा का पालन प्राचीन काल से होता आ रहा है और कई घरों में इसे आज भी किया जाता है।
इसके अलावा, घर की चौखट (threshold) पर दीपक जलाने का भी एक विशेष महत्व होता है। यदि घर दक्षिणमुखी (South Facing) है, तो विशेष रूप से चौखट पर दीपक जलाना आवश्यक हो जाता है। यह घर में आने वाली नकारात्मक ऊर्जा को रोकने का कार्य करता है और सकारात्मकता को बनाए रखता है। खासकर, अगर मुख्य द्वार अग्नि कोण (Agni Kon) में आता है, तो वहां दीपक जलाने से गृह दोष (Vastu Dosha) समाप्त होता है। लेकिन अगर घर उत्तरमुखी (North Facing) है, तो द्वार पर दीपक जलाना अनिवार्य नहीं है। इसी प्रकार, यदि घर पश्चिममुखी (West Facing) है, तो भी रोजाना दीपक जलाना आवश्यक नहीं माना जाता। हालांकि, पूर्वमुखी (East Facing) घरों के लिए मुख्य द्वार पर रोजाना दीपक जलाना अत्यधिक शुभ माना जाता है।
दीपक जलाते समय उसके मुख की दिशा का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए। दीपक का मुख घर की ओर होना चाहिए, जबकि उसकी लौ (flame) बाहर की ओर होनी चाहिए। ऐसा करने से घर में सकारात्मक ऊर्जा प्रवेश करती है और नकारात्मक शक्तियां दूर होती हैं। यह परंपरा हिंदू धर्म में वर्षों से चली आ रही है और आज भी अनेक घरों में इसका पालन किया जाता है।
घर के मंदिर में शंख रखने और दीपक जलाने के इन नियमों का पालन करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है और देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है। वास्तु और ज्योतिष में इनका विशेष महत्व बताया गया है और इनका सही तरीके से पालन करने से परिवार में शांति और खुशहाली बनी रहती है।