क्या Mpox वायरस दुनिया को नई महामारी की ओर ले जा रहा है?
Mpox वायरस ने 116 देशों में स्वास्थ्य संकट उत्पन्न किया है। WHO ने इसे वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया है। यह नया स्ट्रेन तेजी से फैलने और घातक होने के कारण चिंताजनक है।
आज के समय में दुनिया विभिन्न संघर्षों (conflicts) और समस्याओं का सामना कर रही है, जिनमें इजराइल-ईरान का विवाद, यूक्रेन-रूस का संघर्ष, और आर्थिक मंदी (recession) का संकट प्रमुख हैं। इसी बीच, एक और समस्या ने सिर उठाया है, जिसे हम बिल्कुल नहीं चाहते थे—यह है एक नई वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल (global health emergency)। हाल ही में, डब्ल्यूएचओ (WHO) ने घोषणा की है कि Mpox (जिसे पहले मंकीपॉक्स कहा जाता था) अब 116 देशों में फैल चुका है और यह अब एक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल बन चुका है।
डॉक्टर टेड्रोस, जो डब्ल्यूएचओ के प्रमुख हैं, ने चेतावनी दी है कि यह नया Mpox स्ट्रेन (strain) तेजी से फैल रहा है और इसके प्रसार को रोकने के लिए एक समन्वित (coordinated) अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया (response) आवश्यक है। उन्होंने बताया कि यह नया स्ट्रेन पहले से कहीं अधिक घातक (deadly) है और इसे नियंत्रित करने में विश्व समुदाय को तत्परता से काम करना होगा। भारत सहित कई देशों में Mpox के मामले सामने आ चुके हैं, और यह जरूरी है कि इसे एक वैश्विक महामारी बनने से रोका जाए।
Mpox बीमारी का इतिहास काफी पुराना है, इसकी खोज सबसे पहले 1958 में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में की गई थी। यह एक जूनोटिक (zoonotic) बीमारी है, जिसका मतलब है कि यह जानवरों से मनुष्यों में फैल सकती है। हालांकि, हाल के वर्षों में यह पाया गया है कि यह बीमारी अब एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी फैल सकती है, जिससे इसकी खतरनाकता और बढ़ गई है। इस बीमारी के लक्षणों में पूरे शरीर में छाले (blisters) और फुंसियाँ (pimples) बनना, बुखार (fever), और कुछ दुर्लभ मामलों में मृत्यु (fatal) शामिल हो सकती है।
Mpox का मृत्यु दर (fatality rate) लगभग 3-4% है, जिसका मतलब है कि 100 संक्रमित लोगों में से 3-4 लोगों की मृत्यु हो सकती है। हालांकि, यह दर बहुत अधिक नहीं है, लेकिन अगर यह बीमारी बड़े पैमाने पर फैल जाती है, तो यह मानवता के लिए एक बड़ा खतरा बन सकती है। इस नए स्ट्रेन के सामने आने से दुनिया भर में चिंता की लहर दौड़ गई है। यह नया स्ट्रेन तेजी से फैलने वाला और अधिक घातक है, जो इसे एक गंभीर स्वास्थ्य संकट बना रहा है।
इस नए स्ट्रेन के कारण Mpox अब एक वैश्विक संकट बन गया है। WHO ने इसे एक ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है और विभिन्न देशों को सख्त उपाय अपनाने की सलाह दी है, जैसे कि एयरपोर्ट्स पर आने वाले यात्रियों की जांच करना। यह स्ट्रेन खासतौर पर खतरनाक है क्योंकि यह शरीर के प्राइवेट पार्ट्स को प्रभावित करता है, जिससे शुरुआती चरणों में इसका पता लगाना मुश्किल हो जाता है। इसलिए, देशों को इस बार के प्रकोप (outbreak) को बेहद गंभीरता से लेना होगा।
2022 में भी Mpox के फैलने की बात सामने आई थी, जब यह मुख्य रूप से LGBTQ समुदाय में फैला था। यह बीमारी आमतौर पर क्लोज कांटेक्ट (close contact) से फैलती है, जैसे कि स्किन टू स्किन कांटेक्ट या यौन संपर्क (sexual intercourse)। हालांकि, इस नए स्ट्रेन के प्रसार के तरीकों के बारे में अभी पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन यह निश्चित है कि यह पहले के स्ट्रेन से अधिक खतरनाक है।
डब्ल्यूएचओ और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने इस नए स्ट्रेन के खिलाफ एक समन्वित प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर बल दिया है। आने वाले समय में हमें इस नए स्ट्रेन के बारे में और अधिक जानकारी मिलेगी, जैसे कि इसका फैलाव कितनी तेजी से होता है और इसका वास्तविक मृत्यु दर क्या है। इस विषय पर भविष्य में यदि कोई नया विकास (development) होता है, तो उसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए और विश्व समुदाय को इसे रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना चाहिए।
इस संकट की गंभीरता को देखते हुए, हमें सावधान रहना चाहिए और जहां तक संभव हो, अपने और अपने परिवार को इस महामारी से बचाने के लिए हर संभव उपाय करना चाहिए। चाहे आप यात्रा कर रहे हों या अपने दैनिक जीवन में, हमेशा सतर्क रहें और स्वास्थ्य सुरक्षा के नियमों का पालन करें। Mpox के इस नए स्ट्रेन से निपटने के लिए वैश्विक समुदाय को एकजुट होकर काम करना होगा, ताकि हम इस महामारी को एक वैश्विक त्रासदी बनने से रोक सकें।
सर्वभूतहिते रत्नं, चित्ते जाग्रति यत्नतः।
रोगाणां नाशनं कुर्याद्, स्वयं लोकहितं भवेत्॥
जो व्यक्ति सभी प्राणियों के हित के लिए प्रयास करता है, वह अपने मन में सदैव जागरूक रहता है। ऐसे व्यक्ति के प्रयासों से रोगों का नाश होता है, और वह स्वयं लोकहित के कार्यों में संलग्न होता है। यह श्लोक वैश्विक स्वास्थ्य आपातकाल और Mpox वायरस के प्रकोप से संबंधित है। जैसे कि श्लोक में बताया गया है, सभी प्राणियों के हित के लिए जागरूक और संगठित प्रयासों की आवश्यकता है, वैसे ही Mpox के प्रसार को रोकने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर समन्वित और सतर्क प्रयासों की आवश्यकता है। यह श्लोक इस बात को रेखांकित करता है कि कैसे एकजुट प्रयासों से महामारी जैसी आपदाओं का नाश किया जा सकता है।