🕉️ आज का पंचांग (Panchang) — आज दिनांक 17 नवंबर 2025, दिन सोमवार है। यह दिन भगवान शिव और चंद्र देव को समर्पित है। आज मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि है, जिसे मासिक शिवरात्रि के रूप में भी मनाया जाता है, जो भगवान शिव की पूजा के लिए अत्यंत शुभ दिन है।
पंचांग के पाँच अंग (तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण)
पंचांग के पांचों अंगों का विस्तृत विवरण नीचे दिया गया है:
| पंचांग अंग | विवरण | समय सीमा |
| तिथि | त्रयोदशी | अगले दिन 18 नवंबर को प्रातः 7:17 बजे तक। |
| वार | सोमवार | पूरे दिन |
| नक्षत्र | चित्रा (Chitra) | सुबह 07:44 बजे तक। इसके बाद स्वाति नक्षत्र प्रारंभ होगा। |
| योग | प्रीति (Priti) | दोपहर 03:07 बजे तक। इसके बाद आयुष्मान योग प्रारंभ होगा। |
| करण | तैतिल (Taitila) | दोपहर 12:28 बजे तक। इसके बाद गरज (Garaja) करण लगेगा। |
☀️ चंद्र और सूर्य की स्थिति
मासिक शिवरात्रि के दिन ग्रह-नक्षत्रों की स्थिति इस प्रकार रहेगी:
| विवरण | समय |
| सूर्योदय | प्रातः 06:33 बजे |
| सूर्यास्त | सायं 05:37 बजे |
| सूर्य राशि | वृश्चिक राशि में |
| चंद्र राशि | पूरे दिन तुला राशि में |
| मासिक शिवरात्रि पूजा | रात्रि 11:40 बजे से 18 नवंबर की रात्रि 12:33 बजे तक। |
🌟 शुभ मुहूर्त (Auspicious Timings)
मासिक शिवरात्रि और शुभ कार्यों को करने के लिए निम्न मुहूर्त उत्तम हैं:
| मुहूर्त | समय | महत्व |
| ब्रह्म मुहूर्त | प्रातः 04:46 बजे से 05:39 बजे तक | ध्यान, पूजा और आध्यात्मिक कार्यों के लिए सर्वश्रेष्ठ। |
| अभिजीत मुहूर्त | दोपहर 11:47 बजे से 12:30 बजे तक | दिन का सबसे शुभ मुहूर्त, सभी नए कार्यों के लिए उत्तम। |
| विजय मुहूर्त | दोपहर 01:57 बजे से 02:41 बजे तक | सफलता और कानूनी मामलों के लिए शुभ। |
| शिवरात्रि निशिता काल | रात्रि 11:40 बजे से 12:33 बजे तक (18 नवंबर) | भगवान शिव की विशेष पूजा का समय। |
⚠️ अशुभ समय (Inauspicious Timings)
इन समयों में शुभ कार्य करने से बचना चाहिए:
| अशुभ काल | समय | महत्व |
| राहु काल | प्रातः 08:00 बजे से 09:23 बजे तक | इस समय में कोई भी नया या महत्वपूर्ण कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। |
| यमगण्ड | प्रातः 10:47 बजे से दोपहर 12:09 बजे तक | यात्रा, नए व्यापार आदि शुरू करने के लिए अशुभ। |
| गुलिक काल | दोपहर 01:32 बजे से 02:55 बजे तक | इस समय में निवेश या धन संबंधित कार्य से बचें। |
| दिशा शूल | पूर्व दिशा में | यात्रा से बचें या दही खाकर निकलें। |
💫 आज के विशेष योग और महत्व
-
मासिक शिवरात्रि: आज भगवान शिव की विशेष पूजा-अर्चना करने से मनोकामनाएं पूरी होती हैं और जीवन के कष्ट दूर होते हैं।
-
रवि योग: आज सुबह 07:44 बजे के बाद स्वाति नक्षत्र लगने से यह योग बनेगा, जो पूरे दिन सभी कार्यों में सफलता दिलाने वाला है।







