🕉️आज का पंचांग (Panchang) — आज दिनांक 14 नवंबर 2025, दिन शुक्रवार है। यह दिन देवी लक्ष्मी और शुक्र ग्रह को समर्पित है, जो सौंदर्य, कला और भौतिक सुखों के कारक हैं। आज मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि रहेगी।
पंचांग के पाँच अंग: तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण
तिथि: आज पूरे दिन दशमी तिथि रहेगी, जो शाम 04:36 बजे तक मान्य है। इसके बाद एकादशी तिथि (उत्पन्ना एकादशी) प्रारंभ होगी।
वार: आज शुक्रवार है, जो धन, समृद्धि और कलात्मक कार्यों के लिए शुभ माना जाता है।
नक्षत्र: आज का नक्षत्र पूर्वा फाल्गुनी है, जो सुबह 11:27 बजे तक रहेगा। इसके बाद उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र प्रारंभ होगा।
योग: आज पहले इंद्र योग (रात 12:44 बजे तक) रहेगा, उसके बाद वैधृति योग प्रारंभ होगा। वैधृति योग को शुभ कार्यों के लिए अच्छा नहीं माना जाता है, इसलिए सावधानी आवश्यक है।
करण: आज पहले विष्टि/भद्रा करण (सुबह 05:07 बजे तक) रहेगा, उसके बाद बालव (शाम 04:36 बजे तक) और अंत में कौलव करण लगेगा।
☀️ चंद्र और सूर्य की स्थिति
सूर्योदय: प्रातः 06:34 बजे होगा।
सूर्यास्त: सायं 05:39 बजे होगा।
सूर्य राशि: सूर्य अभी भी तुला राशि में स्थित हैं।
चंद्र राशि: चंद्रमा आज पूरे दिन कन्या राशि में गोचर करेगा।
🌟 शुभ और मांगलिक मुहूर्त
शुभ कार्यों के लिए आज के दिन इन मुहूर्तों का उपयोग करना उत्तम रहेगा:
ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04:47 बजे से 05:41 बजे तक। यह ध्यान, अध्ययन और स्वास्थ्य कार्यों के लिए सर्वोत्तम है।
अभिजीत मुहूर्त: दिन का सबसे शुभ समय दोपहर 11:46 बजे से 12:30 बजे तक रहेगा। यह हर तरह के नए काम को शुरू करने के लिए उत्तम है।
विजय मुहूर्त: दोपहर 01:57 बजे से 02:41 बजे तक। यह विजय और कानूनी मामलों में सफलता के लिए शुभ है।
अमृत काल: रात्रि 10:29 बजे से 11:59 बजे तक। यह नए कार्य शुरू करने के लिए अत्यंत शुभ होता है।
⚠️ अशुभ समय और सावधानी
राहु काल: अशुभ कार्यों के लिए आज का राहु काल प्रातः 10:40 बजे से दोपहर 12:04 बजे तक रहेगा। इस दौरान कोई भी नया या महत्वपूर्ण कार्य शुरू न करें।
यमगण्ड: दोपहर 03:04 बजे से 04:28 बजे तक।
वैधृति योग: रात 12:44 बजे से वैधृति योग का प्रारंभ होगा।
🧭 दिशा शूल और आज का उपाय
दिशा शूल: आज पश्चिम दिशा में है।
परिहार (उपाय): यदि पश्चिम दिशा में यात्रा आवश्यक हो, तो घर से निकलने से पहले जौ या चना खाकर निकलें।
आज का विशेष उपाय: शुक्रवार होने के कारण, देवी लक्ष्मी की पूजा करना, सफेद वस्तुओं का दान करना (जैसे चावल, दूध) और श्री सूक्त का पाठ करना अत्यंत शुभ फलदायी रहेगा।








