आतंकियों के पांव क्यों कांपते हैं नए DGP को देखकर?
नलिन प्रभात को जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष महानिदेशक ( DGP ) के रूप में नियुक्त किया गया है। उन्होंने आतंकवाद विरोधी अभियानों में व्यापक अनुभव हासिल किया है और उनकी नियुक्ति से क्षेत्र में शांति और स्थिरता की उम्मीद है।
जम्मू कश्मीर में हाल ही में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि देखने को मिली है, और ऐसे समय में आतंकवाद को खत्म करने के लिए आईपीएस अधिकारी नलिन प्रभात को तत्काल प्रभाव से जम्मू कश्मीर पुलिस का विशेष महानिदेशक (Special DG) नियुक्त किया गया है। नलिन प्रभात 30 सितंबर को आरएस स्वैन की सेवानिवृत्ति के बाद पुलिस बल के प्रमुख की भूमिका संभालेंगे। गृह मंत्रालय ने उनकी नियुक्ति की पुष्टि करते हुए एक आदेश जारी किया है, जिसमें कहा गया है कि प्रभात को तत्काल प्रभाव से जम्मू कश्मीर भेजा जाता है और 30 सितंबर को वह नए डीजीपी के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
नलिन प्रभात का करियर बेहद प्रभावशाली रहा है, जिसमें उन्हें तीन पुलिस वीरता पदक और पराक्रम पदक जैसे कई सम्मान मिले हैं। 55 वर्षीय प्रभात के पास आतंकवाद विरोधी अभियानों का व्यापक अनुभव है। वे पहले भी कश्मीर क्षेत्र में सीआरपीएफ की जिम्मेदारी संभालते हुए ऑपरेशन के महानिरीक्षक और अतिरिक्त महानिदेशक के रूप में काम कर चुके हैं। हाल ही में प्रशासनिक फेरबदल के हिस्से के रूप में, सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) के महानिदेशक के रूप में उनके कार्यकाल को कम कर दिया था और उन्हें आंध्र प्रदेश से केंद्र शासित प्रदेश कैडर में अंतर-कैडर प्रतिनियुक्ति की सुविधा प्रदान की थी।
प्रभात का जम्मू और कश्मीर में अनुभव अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके कारण उन्हें इस क्षेत्र की जटिल सुरक्षा चुनौतियों की गहरी समझ है। उनके पिछले कार्यकालों के दौरान, उन्होंने आतंकवाद और आंतरिक अशांति के खतरों से निपटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जानकारों के अनुसार, उनके पास उच्च सुरक्षा वाले वातावरण में काम करने की प्रतिबद्धता और प्रभावशीलता के कई प्रमाण हैं, जिनमें दो बार वीरता के लिए पुलिस पदक भी शामिल हैं। उनकी नियुक्ति से यह उम्मीद की जा रही है कि वह जम्मू और कश्मीर के कानून प्रवर्तन में एक नई रणनीतिक दिशा लेकर आएंगे और इस क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
धर्मेण यतते यो वै राष्ट्रस्य रक्षार्थम्।
सः वीर्यवान् शूरश्च सदा विजयते रणम्॥
जो व्यक्ति धर्म के मार्ग पर चलते हुए राष्ट्र की रक्षा के लिए प्रयास करता है, वह हमेशा वीर, शूरवीर होता है और युद्ध में विजय प्राप्त करता है। यह श्लोक उस साहसी और वीर अधिकारी नलिन प्रभात के चरित्र को दर्शाता है, जिन्होंने जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। यह उनकी देशभक्ति और कर्तव्यपरायणता की भावना को प्रतिबिंबित करता है, जो उन्हें इस चुनौतीपूर्ण कार्य को संभालने के लिए प्रेरित करती है।