सीमा पर भारतीय सेना का बड़ा एक्शन!
बांग्लादेश की मौजूदा स्थिति के चलते भारतीय सुरक्षा बलों ने सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी है। समुद्री और ज़मीनी सीमाओं की सख्त निगरानी की जा रही है। संभावित घुसपैठ को रोकने के लिए पूरी तैयारी की गई है।
भारत और बांग्लादेश के बीच मौजूदा स्थिति को देखते हुए, सुरक्षा बलों ने समुद्री और ज़मीनी सीमाओं पर निगरानी बढ़ा दी है। बांग्लादेश में वर्तमान में अस्थिरता के चलते, बड़ी संख्या में लोग भारत की ओर पलायन करने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे में भारतीय सुरक्षा बल सीमा की सुरक्षा और निगरानी को लेकर अत्यधिक सतर्क हैं।
पूर्वी सीमा पर, जिसे भारत-बांग्लादेश सीमा भी कहा जाता है, सुरक्षा की दृष्टि से अत्यधिक महत्त्वपूर्ण क्षेत्र है। यहाँ भारतीय सुरक्षा बलों की 24/7 तैनाती सुनिश्चित की गई है। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और कोस्ट गार्ड अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रहे हैं, खासकर राजनीतिक तनाव की स्थिति में निगरानी को बढ़ा दिया गया है। पश्चिम बंगाल में स्थित फॉरवर्ड ऑपरेटिंग स्टेशंस जैसे फ्रेजरगंज और हल्दिया से शिप्स, एयरक्राफ्ट और होवरक्राफ्ट की तैनाती की गई है, जिससे यह सुनिश्चित किया जा सके कि सीमा पर कोई अनाधिकृत गतिविधि ना हो।
समुद्री सीमा की निगरानी के लिए, इंटीग्रेटेड ऑपरेशन सेंटर (इंटीग्रेटेड ऑपरेशन सेंटर) स्थापित किया गया है, जहां से लाइव मॉनिटरिंग की जाती है। इस केंद्र से जुड़े अधिकारी डीआईजी पंकज वर्मा ने बताया कि समुद्री सीमा पर हमारे चार मुख्य पानी के जहाज हमेशा तैनात रहते हैं। इसके अलावा, फॉरवर्ड ऑपरेटिंग बेस फ्रेजरगंज और हल्दिया से होवरक्राफ्ट भी नियमित गश्त कर रहे हैं। फिशिंग बोट्स की संख्या के कारण इस क्षेत्र में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। सभी फिशिंग बोट्स की गहन जांच की जा रही है ताकि कोई अनाधिकृत व्यक्ति इस क्षेत्र से सीमा पार न कर सके।
सीमा की निगरानी के लिए शोर-बेस्ड रडार्स और कोस्टल सर्विलांस नेटवर्क (Coastal Surveillance Network) के रडार्स का भी उपयोग किया जा रहा है। इस निगरानी को मजबूत करने के लिए, कोलकाता बेस से ऑपरेट करने वाले डॉर्नियर एयरक्राफ्ट और भुवनेश्वर बेस से ऑपरेट करने वाले एलएच हेलीकॉप्टर्स की भी तैनाती की गई है। फिलहाल, इस क्षेत्र में कोई अप्रिय गतिविधि नहीं हुई है।
अगर बड़ी संख्या में लोग शरणार्थी या अन्य लोग समुद्री या जमीन की सीमाओं से भारत में घुसपैठ करने की कोशिश करते हैं, तो इससे निपटने के लिए सभी फॉरवर्ड ऑपरेशन यूनिट्स अलर्ट पर हैं। जरूरत पड़ने पर, पारादीप, गोपालपुर और हल्दिया बेस से अतिरिक्त जहाजों को अलर्ट कर रखा गया है, ताकि किसी भी इंटेलिजेंस इनपुट मिलने पर तेजी से कार्रवाई की जा सके।
सुरक्षा बलों की यह तैयारी यह सुनिश्चित करती है कि समुद्री मार्ग से किसी भी अनधिकृत गतिविधि को रोका जा सके। भारतीय सुरक्षा बलों की सतर्कता और उनकी तैयारी इस बात का प्रमाण है कि वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए तैयार हैं। इस प्रकार, भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बलों की कड़ी निगरानी और उनकी मुस्तैदी किसी भी अप्रिय घटना को रोकने में सक्षम है।
सर्वदा सावधानः स्याद् सीमायां रक्षको बलः।
अधिकारं स्वधर्मं च पालयन् भूतिमावहेत्।।
सुरक्षा बलों को हमेशा सीमा पर सतर्क रहना चाहिए, अपने कर्तव्यों और अधिकारों का पालन करते हुए देश की रक्षा करनी चाहिए और समृद्धि लानी चाहिए। यह श्लोक लेख में वर्णित सुरक्षा बलों की सतर्कता और उनकी तत्परता को दर्शाता है, जो भारत-बांग्लादेश सीमा पर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए तैयार हैं।