भागलपुर की दिल दहला देने वाली घटना! पूरा परिवार खत्म, जानिए क्या हुआ उस रात…

भागलपुर में अविश्वास और घरेलू विवाद ने एक परिवार को बर्बाद कर दिया। कांस्टेबल नीतू और उनके परिवार की हत्या के पीछे पति-पत्नी का तनावपूर्ण संबंध था।

भागलपुर की दिल दहला देने वाली घटना! पूरा परिवार खत्म, जानिए क्या हुआ उस रात...

भागलपुर पुलिस लाइन का एक शांत सा दिखने वाला दिन अचानक ही एक भयानक त्रासदी में बदल गया। यह 13 अगस्त 2024 की सुबह का समय था, जब भागलपुर के पुलिस लाइन में रहने वाले लोगों की रोजमर्रा की गतिविधियां शुरू हो चुकी थीं। एक दूधवाला, जो रोजाना की तरह दूध देने के लिए पुलिस लाइन पहुंचा था, जब वह क्वार्टर नंबर सीबी 38 के पास आया, तो उसने दरवाजा खटखटाया। यह उसके लिए रोजमर्रा का काम था, लेकिन आज कुछ अलग था। आज दरवाजा नहीं खुला, और अंदर से कोई जवाब नहीं आया। यह देखकर दूधवाले को कुछ शक हुआ और उसने पड़ोसियों को इसकी सूचना दी।

पड़ोसियों ने भी दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई हलचल नहीं हुई। जब काफी प्रयासों के बाद भी दरवाजा नहीं खुला, तो उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस जब वहां पहुंची, तो माहौल में एक अजीब सी खामोशी थी। इस खामोशी में छिपा था एक भयानक सच, जिसे जानने के लिए पुलिस ने दरवाजा तोड़ने का निर्णय लिया। दरवाजा तोड़कर जब पुलिस अंदर दाखिल हुई, तो उनके सामने का दृश्य इतना भयानक था कि सभी सिहर उठे। पूरे घर में खून ही खून फैला हुआ था, और वहां पांच लाशें पड़ी थीं।

यह घटना बिहार के भागलपुर की थी, और यह घर पुलिस लाइन के अंदर होने के कारण वहां कोई पुलिसकर्मी ही रहता था। यह पता चला कि उस घर में कांस्टेबल नीतू अपने पति पंकज, दो बच्चों और अपनी सास के साथ रहती थीं। नीतू एक मेहनती और जिम्मेदार कांस्टेबल मानी जाती थीं, लेकिन आज के इस भयानक दृश्य ने सभी को स्तब्ध कर दिया। पुलिस की जांच से यह साफ हुआ कि नीतू, पंकज, उनकी सास और उनके दो बच्चों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी।

जब पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए फॉरेंसिक टीम को बुलाया, तो यह साफ हुआ कि यह मामला सिर्फ एक साधारण हत्या का नहीं था। पुलिस को मौके पर एक चाकू मिला, जो खून से सना हुआ था, और एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। इस नोट ने इस मामले को और भी पेचीदा बना दिया। नोट में लिखा था कि यह हत्या नीतू के पति पंकज द्वारा की गई थी। पंकज ने अपनी पत्नी नीतू की हत्या इसलिए की क्योंकि नीतू ने पहले ही उसके बच्चों और मां की हत्या कर दी थी। यह सुनकर सभी स्तब्ध रह गए, क्योंकि यह एक भयानक पारिवारिक त्रासदी थी, जिसमें एक परिवार का पूरी तरह से नाश हो गया था।

पुलिस ने जब इस मामले की गहराई से जांच की, तो यह पता चला कि नीतू और पंकज के बीच पिछले कुछ महीनों से रिश्तों में तनाव चल रहा था। यह तनाव इतना बढ़ चुका था कि उनके घर में रोजाना झगड़े होने लगे थे। पड़ोसियों ने भी इस बात की पुष्टि की कि नीतू और पंकज के बीच अक्सर लड़ाई होती रहती थी। लेकिन किसी ने भी यह नहीं सोचा था कि यह लड़ाई इतनी भयानक रूप ले लेगी।

दरअसल, नीतू और पंकज की शादी 2015 में हुई थी। यह शादी प्रेम विवाह थी, और शुरुआती दिनों में इनकी जिंदगी काफी खुशहाल चल रही थी। लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, नीतू और पंकज के बीच दूरियां बढ़ने लगीं। नीतू की नौकरी की वजह से वह अक्सर घर से बाहर रहती थीं, और इस दौरान उनके और एक अन्य व्यक्ति के बीच संबंध बन गए। यह बात पंकज को पता चली, और इसके बाद उनके रिश्तों में और भी दरार आ गई। पंकज को शक हो गया था कि नीतू का किसी और के साथ अफेयर चल रहा है, और इसी शक ने उनके रिश्ते को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया।

जब यह बात सामने आई कि नीतू का अफेयर उसके सहयोगी सूरज ठाकुर के साथ चल रहा था, तो पंकज का गुस्सा और भी बढ़ गया। उसने कई बार नीतू से इस बारे में बात करने की कोशिश की, लेकिन हर बार उनका झगड़ा और भी बढ़ जाता था। पंकज ने इस बारे में अपने कुछ दोस्तों और पड़ोसियों से भी बात की, लेकिन कोई भी उनके इस तनाव को कम नहीं कर पाया। धीरे-धीरे उनके रिश्ते इतने बिगड़ गए कि अब दोनों के बीच सिर्फ लड़ाई-झगड़ा ही बचा था।

पड़ोसियों के मुताबिक, पंकज और नीतू के बीच कई बार घर के बाहर भी झगड़ा होता था। उनकी सास, जो कि इस घर में रहती थीं, उन्होंने भी कई बार इस विवाद को सुलझाने की कोशिश की, लेकिन नीतू और पंकज के बीच की दरार को पाटना अब नामुमकिन हो चुका था। उनके बच्चों, शिवांश और श्रेया, ने भी अपने माता-पिता के बीच के इस तनाव को महसूस किया था, लेकिन वे कुछ कर पाने में असमर्थ थे। यह घर, जो कभी खुशियों से भरा हुआ था, अब सिर्फ तनाव और झगड़ों का अड्डा बन चुका था।

13 अगस्त की वह रात, जब यह भयानक घटना घटी, पंकज के लिए बेहद तनावपूर्ण थी। वह पूरी रात सो नहीं पाया था, और उसे समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या करे। जब वह सुबह उठा, तो उसने देखा कि उसके बच्चों और मां की हत्या हो चुकी थी। यह दृश्य देखकर पंकज का गुस्सा और दुख सातवें आसमान पर था। उसने तुरंत निर्णय लिया कि वह भी अपनी पत्नी की हत्या कर देगा, जिसने उसके परिवार को बर्बाद कर दिया था। उसने एक ईंट उठाई और नीतू के सिर पर वार कर दिया, जिससे उसकी तुरंत मौत हो गई। इसके बाद पंकज ने एक चाकू से भी नीतू पर वार किया, जिससे उसकी लाश बेहद दयनीय अवस्था में पाई गई।

इस भयानक घटना के बाद पंकज ने खुद को भी मौत के हवाले कर दिया। उसने छत पर जाकर फांसी लगा ली। पुलिस जब वहां पहुंची, तो उन्हें पांच लाशें मिलीं, और एक सुसाइड नोट भी, जिसमें पंकज ने अपनी इस हरकत की वजह बताई थी। उसने लिखा था कि वह अब जीना नहीं चाहता, क्योंकि उसका पूरा परिवार खत्म हो चुका है, और वह इस दर्द के साथ जीने की हिम्मत नहीं रखता।

इस पूरे मामले ने भागलपुर के पुलिस लाइन को हिला कर रख दिया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, और इस बात की पुष्टि की है कि पंकज ने ही यह सुसाइड नोट लिखा था। पुलिस ने यह भी बताया कि पंकज और नीतू के बीच चल रहे विवाद के कारण ही यह भयानक त्रासदी घटी थी।

यह घटना बताती है कि कैसे अविश्वास और संदेह ने एक खुशहाल परिवार को पूरी तरह से तबाह कर दिया। पति-पत्नी के बीच के रिश्ते में आई दरार ने न केवल उन्हें बल्कि उनके बच्चों और मां को भी इस त्रासदी का शिकार बना दिया। यह घटना एक चेतावनी है कि किसी भी रिश्ते में अगर अविश्वास पनपने लगे, तो उसे समय रहते सुलझाना बहुत जरूरी है, वरना इसके परिणाम इतने भयानक हो सकते हैं कि उनकी कल्पना भी नहीं की जा सकती।

भागलपुर पुलिस लाइन की इस घटना ने पूरे इलाके में एक गहरा असर छोड़ा है। लोग अभी भी इस घटना को समझने की कोशिश कर रहे हैं, और यह सवाल सभी के मन में उठ रहा है कि आखिर क्यों एक खुशहाल परिवार इस तरह से खत्म हो गया। यह घटना एक चेतावनी है कि किसी भी रिश्ते को समय रहते समझने और सुलझाने की कोशिश करनी चाहिए, ताकि इस तरह की त्रासदियों से बचा जा सके।

अविश्वासो हि सम्प्राप्तो वैरस्य कारणं महत्।

स्नेहस्य विगमे सर्वं नाशमायाति तिष्ठति॥

अविश्वास से ही बड़ा वैर उत्पन्न होता है। जब स्नेह समाप्त हो जाता है, तो सब कुछ नष्ट हो जाता है।  यह श्लोक इस घटना की त्रासदी को दर्शाता है, जहां पति-पत्नी के बीच के अविश्वास और स्नेह की कमी ने पूरे परिवार को विनाश की ओर धकेल दिया। इसी अविश्वास ने इस भयावह घटना को जन्म दिया।