🕉️ आज का पंचांग (Panchang) : मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी, बुधवार : आज दिनांक 12 नवंबर 2025, दिन बुधवार है। यह दिन भगवान गणेश और माता दुर्गा को समर्पित है। आज मार्गशीर्ष मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि है, जिसे कालाष्टमी के रूप में भी मनाया जाता है, जो भगवान भैरव की पूजा के लिए विशेष महत्व रखती है।
पंचांग के पाँच अंग: तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण
- तिथि: आज पूरे दिन अष्टमी तिथि रहेगी, जो रात्रि 08:26 बजे तक मान्य है। इसके बाद नवमी तिथि प्रारंभ होगी।
- वार: आज बुधवार है, जो बुद्धि, वाणी और व्यापार के कारक ग्रह बुध को समर्पित है।
- नक्षत्र: आज का नक्षत्र आश्लेषा है, जो शाम 03:09 बजे तक रहेगा। इसके बाद मघा नक्षत्र प्रारंभ होगा। आश्लेषा नक्षत्र को गंडमूल नक्षत्र माना जाता है, इसलिए दोपहर 3:09 बजे तक सावधानी आवश्यक है।
- योग: आज पहले शुक्ल योग (सुबह 06:48 बजे तक) रहेगा, उसके बाद ब्रह्म योग प्रारंभ होगा, जो अगले दिन सुबह 04:06 बजे तक रहेगा। ब्रह्म योग को शुभ और मांगलिक कार्यों के लिए उत्तम माना जाता है।
- करण: आज पहले बालव करण (प्रातः 07:11 बजे तक) रहेगा, उसके बाद कौलव (शाम 08:26 बजे तक) और अंत में तैतिल करण लगेगा।
☀️ चंद्र और सूर्य की स्थिति
- सूर्योदय: प्रातः 06:42 बजे होगा।
- सूर्यास्त: सायं 05:29 बजे होगा।
- सूर्य राशि: सूर्य अभी भी तुला राशि में स्थित हैं।
- चंद्र राशि: चंद्रमा आज कर्क राशि में (शाम 03:09 बजे तक) गोचर करेगा, जिसके बाद वह अपनी शत्रु राशि सिंह में प्रवेश करेगा।
🌟 शुभ और मांगलिक मुहूर्त
शुभ कार्यों के लिए आज का दिन काफी अच्छा है, विशेषकर ब्रह्म योग और शुभ करणों के कारण:
- ब्रह्म मुहूर्त: प्रातः 04:57 बजे से 05:49 बजे तक। यह ध्यान और साधना के लिए सर्वोत्तम समय है।
- अभिजीत मुहूर्त: दिन का सबसे शुभ समय दोपहर 11:43 बजे से 12:27 बजे तक रहेगा। इस दौरान आप सभी महत्वपूर्ण कार्य शुरू कर सकते हैं।
- विजय मुहूर्त: दोपहर 01:53 बजे से 02:37 बजे तक। यह विजय और सफलता से जुड़े कार्यों के लिए उत्तम है।
- अमृत काल: रात्रि 10:11 बजे से 11:53 बजे तक। यह किसी भी नए काम को शुरू करने के लिए अत्यंत शुभ होता है।
⚠️ अशुभ समय और सावधानी
- राहु काल: अशुभ कार्यों के लिए आज का राहु काल दोपहर 12:05 बजे से 01:26 बजे तक रहेगा। इस दौरान कोई नया या बड़ा काम शुरू न करें।
- यमगण्ड: प्रातः 08:02 बजे से 09:23 बजे तक।
- गंडमूल: आश्लेषा नक्षत्र के प्रभाव के कारण, आज शाम 03:09 बजे तक गंडमूल रहेगा।
🧭 दिशा शूल और आज का उपाय
- दिशा शूल: आज उत्तर-पूर्व दिशा में है।
- परिहार (उपाय): यदि इस दिशा में यात्रा आवश्यक हो, तो घर से निकलने से पहले तिल या धनिया खाकर निकलें।
- आज का विशेष उपाय: बुधवार होने के कारण, भगवान गणेश की पूजा करना और गाय को हरा चारा खिलाना अत्यंत शुभ फलदायी रहेगा।







