India Slams Pakistan at UN: 'असफल राष्ट्र' करार दिया!

NCI

India Slams Pakistan at UN

 संयुक्त राष्ट्र में भारत ने हाल ही में पाकिस्तान को कड़ी फटकार लगाई और उसे असफल (failed) राष्ट्र करार दिया। भारत ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो आतंकवाद को पनाह देता है और अंतरराष्ट्रीय सहायता (international aid) पर निर्भर है। भारत ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को लेकर पाकिस्तान के झूठे दावों को सिरे से खारिज किया और यह भी कहा कि यह दोनों क्षेत्र भारत का अभिन्न हिस्सा हैं और हमेशा रहेंगे।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) की 58वीं बैठक में भारतीय राजनयिक (diplomat) क्षितिज त्यागी ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की सरकार अपने नागरिकों को अच्छी शासन व्यवस्था देने में पूरी तरह विफल रही है और वह केवल भारत पर झूठे आरोप लगाने में लगी रहती है। उन्होंने पाकिस्तान को याद दिलाया कि उसकी अर्थव्यवस्था चरमराई हुई है और वह बार-बार अंतरराष्ट्रीय संगठनों से कर्ज मांगने पर मजबूर है। उन्होंने यह भी कहा कि पाकिस्तान की स्थिति श्रीलंका जैसी होती जा रही है, जहां चीन के कर्ज के कारण हंबनटोटा बंदरगाह (Hambantota Port) तक हाथ से निकल गया था।

भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान का नेतृत्व लगातार आतंकवाद को संरक्षण देता आया है। 26/11 के मुंबई हमलों के दोषी आज भी पाकिस्तान में खुलेआम घूम रहे हैं और यहां तक कि चुनाव भी लड़ रहे हैं। पाकिस्तान ने ओसामा बिन लादेन को भी पनाह दी थी, जिसे अमेरिकी सेना ने एबटाबाद में मारा था। भारत ने यह साफ कर दिया कि अब वह पाकिस्तान के झूठे प्रचार (propaganda) को सहन नहीं करेगा और हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसे करारा जवाब देगा।

इस बैठक में भारत ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में पिछले कुछ वर्षों में हुई राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक प्रगति का भी उल्लेख किया। भारत ने बताया कि किस प्रकार से वहां आतंकवाद के खात्मे के बाद विकास कार्यों को बढ़ावा दिया गया है और स्थानीय लोगों का जीवन स्तर सुधर रहा है। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को पहले अपने देश की स्थिति सुधारनी चाहिए और आतंकवाद को समर्थन देना बंद करना चाहिए।

पाकिस्तान का नाम लिए बिना भारत ने यह भी कहा कि कुछ देश आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और फिर मानवाधिकारों की दुहाई देते हैं। भारत ने यह भी स्पष्ट किया कि कश्मीर कोई अंतरराष्ट्रीय मुद्दा नहीं है, बल्कि भारत का आंतरिक मामला है और इसे सुलझाने के लिए भारत किसी अन्य देश की मध्यस्थता (mediation) स्वीकार नहीं करेगा।

इस दौरान भारतीय राजनयिक क्षितिज त्यागी का भाषण काफी प्रभावशाली रहा और उन्होंने पाकिस्तान की पोल खोल कर रख दी। उनके आत्मविश्वास और तर्कों ने पूरी दुनिया का ध्यान खींचा। उन्होंने यह भी बताया कि भारत ने हमेशा अपने अल्पसंख्यकों (minorities) और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा की है, जबकि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार हनन होता रहा है।

भारत ने यह भी बताया कि पाकिस्तान किस तरह से इस्लामिक देशों के संगठनों का उपयोग भारत के खिलाफ झूठ फैलाने के लिए करता है। लेकिन अब दुनिया समझ चुकी है कि पाकिस्तान का असली चेहरा क्या है और वह आतंकवाद को पालने-पोसने वाला देश है।

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (UNHRC) का गठन 15 मार्च 2006 को हुआ था और इसके 47 सदस्य देश होते हैं। इन सदस्यों का कार्यकाल तीन साल का होता है और हर साल कुछ देशों के चुनाव होते हैं। भारत ने कई बार इस परिषद में अपनी सीट जीती है और इस मंच का उपयोग पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करने के लिए किया है।

भारत ने इस बैठक में यह भी कहा कि पाकिस्तान को यह समझ लेना चाहिए कि वह भारत को झूठे आरोपों से कमजोर नहीं कर सकता। भारत आज एक मजबूत राष्ट्र है और वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बना चुका है। पाकिस्तान को अब यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत का हिस्सा थे, हैं और रहेंगे।

भारत की इस कड़ी फटकार के बाद पाकिस्तान का कोई ठोस जवाब नहीं आया। इसका मतलब साफ है कि अब पाकिस्तान को भी समझ आ गया है कि भारत अब नाम लेकर और खुलकर उसके खिलाफ बोल रहा है। अब वह भारत पर झूठे आरोप नहीं लगा सकता, क्योंकि भारत की कूटनीति (diplomacy) और मजबूत होती जा रही है।

भारत के इस सख्त रुख से यह भी साबित हो गया है कि अब भारत सिर्फ जवाबी कार्रवाई ही नहीं करता, बल्कि कूटनीतिक स्तर पर भी पाकिस्तान को पूरी तरह बेनकाब कर रहा है। यह पहली बार नहीं है जब भारत ने पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेइज्जत किया है। इससे पहले भी कई बार भारत ने पाकिस्तान की नीतियों की पोल खोली है और यह बताया है कि वह आतंकवाद को किस तरह से बढ़ावा देता है।

भारत का यह सख्त रुख दिखाता है कि अब वह किसी भी झूठे प्रचार को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर मंच पर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देगा। यह भारत की मजबूत विदेश नीति और कूटनीतिक ताकत का प्रमाण है।

इस पूरे घटनाक्रम से यह भी साफ हो गया कि पाकिस्तान अपनी गलत नीतियों की वजह से खुद ही दुनिया में अलग-थलग पड़ता जा रहा है। अब उसे अंतरराष्ट्रीय मदद भी आसानी से नहीं मिल रही है और उसकी आर्थिक स्थिति खराब होती जा रही है। भारत ने यह भी कहा कि पाकिस्तान को पहले अपने देश के अंदरूनी हालात सुधारने चाहिए और दूसरों को उपदेश देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

संयुक्त राष्ट्र में भारत की इस कड़ी प्रतिक्रिया के बाद यह स्पष्ट हो गया कि भारत अब वैश्विक मंचों पर और भी मजबूती से अपनी बात रखेगा और किसी भी झूठे प्रचार का करारा जवाब देगा। पाकिस्तान को अब यह समझ लेना चाहिए कि भारत अब पहले जैसा नहीं रहा और अब वह हर स्तर पर पाकिस्तान के झूठ को बेनकाब करेगा।

इस पूरी घटना से यह भी साबित होता है कि भारत अब एक वैश्विक शक्ति के रूप में उभर रहा है और वह अपने हितों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। पाकिस्तान को अब अपनी नीतियों में बदलाव लाना होगा, नहीं तो वह और भी ज्यादा अलग-थलग पड़ जाएगा।

भारत की इस कार्रवाई से स्पष्ट हो गया कि अब वह सिर्फ रक्षात्मक नीति नहीं अपनाएगा, बल्कि आक्रामक कूटनीति के जरिए अपने हितों की रक्षा करेगा और पाकिस्तान जैसे देशों को उनके झूठ के लिए बेनकाब करेगा। इस घटनाक्रम के बाद पूरी दुनिया ने एक बार फिर देखा कि भारत अब एक सशक्त राष्ट्र बन चुका है जो किसी भी मंच पर अपने देश की सुरक्षा और संप्रभुता (sovereignty) के लिए पूरी ताकत से खड़ा रहेगा।

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