![]() |
Eating Too Fast |
खाने की आदतें हमारे स्वास्थ्य पर गहरा असर डालती हैं, लेकिन आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग तेजी से खाना खाने के आदी हो गए हैं। बहुत से लोग अपना भोजन 10 मिनट से भी कम समय में खत्म कर लेते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि यह आदत आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है? विशेषज्ञों के अनुसार, बहुत तेजी से भोजन करना न केवल आपके पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि इससे आपका मेटाबॉलिज्म भी प्रभावित होता है और कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। तेजी से खाने के कारण शरीर को पोषक तत्व (nutrients) ठीक से नहीं मिल पाते, जिससे पाचन तंत्र कमजोर होने लगता है। जब आप भोजन को ठीक से चबाए बिना निगल लेते हैं, तो बड़े खाने के टुकड़े पेट में पहुंचते हैं, जिससे पाचन प्रक्रिया बाधित हो जाती है। पेट को इन टुकड़ों को तोड़ने के लिए ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है, जिससे गैस, एसिडिटी, ब्लोटिंग (सूजन) और अपच जैसी समस्याएं होने लगती हैं।
इसके अलावा, जब भोजन पूरी तरह नहीं पचता तो शरीर को जरूरी पोषक तत्व नहीं मिल पाते और ये सीधे बाहर निकल जाते हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए भोजन को धीरे-धीरे और अच्छी तरह चबाकर खाना बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के अनुसार, हर कौर को कम से कम 30 बार चबाना चाहिए ताकि वह सही से पच सके और शरीर को उसका पूरा पोषण मिल सके। जब आप भोजन को अच्छी तरह चबाते हैं, तो उसमें मौजूद एंजाइम (enzymes) सक्रिय हो जाते हैं, जो कार्बोहाइड्रेट (carbohydrate) और अन्य पोषक तत्वों को तोड़ने में मदद करते हैं।
तेजी से भोजन करने से गैस्ट्रिक जूस (gastric juice) और एसिड (acid) की मात्रा भी बढ़ जाती है, जिससे पेट में जलन और असहजता महसूस होती है। इसके अलावा, यह आदत आपके वजन पर भी असर डाल सकती है। जब आप जल्दी-जल्दी खाते हैं, तो दिमाग को यह सिग्नल मिलने में देर होती है कि पेट भर चुका है। आमतौर पर, हमारे शरीर में लेप्टिन (leptin) नामक हार्मोन मौजूद होता है, जो यह संकेत देता है कि पेट भर गया है, लेकिन इसे सक्रिय होने में लगभग 20 से 30 मिनट का समय लगता है। अगर आप 10 मिनट से भी कम समय में खाना खत्म कर लेते हैं, तो इस हार्मोन को ठीक से काम करने का मौका नहीं मिलता, जिससे ओवरईटिंग (overeating) की संभावना बढ़ जाती है। इसका सीधा असर मोटापे (obesity) और मेटाबॉलिक सिंड्रोम (metabolic syndrome) पर पड़ता है।
अगर आप लगातार जल्दी-जल्दी खाना खाते हैं, तो लंबे समय में हाई ब्लड प्रेशर (high blood pressure), हाई कोलेस्ट्रॉल (high cholesterol) और डायबिटीज (diabetes) जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। शोध बताते हैं कि तेजी से भोजन करने वाले लोगों में दिल की बीमारियों (heart diseases) और ट्राइग्लिसराइड (triglyceride) के बढ़े हुए स्तर का खतरा अधिक होता है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब आप धीरे-धीरे खाते हैं तो पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है और शरीर को भोजन से अधिकतम पोषण प्राप्त होता है।
इसके अलावा, तेजी से भोजन करने से गट ब्रेन एक्सिस (gut-brain axis) भी प्रभावित होती है। गट ब्रेन एक्सिस हमारे पाचन तंत्र और मस्तिष्क के बीच एक महत्वपूर्ण कड़ी होती है, जो हमारी भूख और तृप्ति (satisfaction) को नियंत्रित करती है। जब आप जल्दी-जल्दी खाते हैं, तो दिमाग को सही संकेत नहीं मिल पाते और इससे बार-बार भूख लगने की समस्या हो सकती है। यह आदत आपके मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकती है और स्ट्रेस (stress) और एंग्जायटी (anxiety) को बढ़ा सकती है।
एक और समस्या यह है कि लोग अक्सर भोजन के दौरान मल्टीटास्किंग (multitasking) करने लगते हैं, जैसे कि टीवी देखना, मोबाइल चलाना या लैपटॉप पर काम करना। इससे ध्यान खाने पर कम और दूसरी चीजों पर ज्यादा होता है, जिससे भोजन का सही आनंद नहीं मिल पाता और हम जरूरत से ज्यादा खा लेते हैं। यह आदत भी हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकती है।
तो, क्या किया जाए? सबसे पहले, भोजन करने का सही तरीका अपनाना बेहद जरूरी है। हमेशा आराम से बैठकर भोजन करें और कम से कम 20 मिनट का समय लें। भोजन को छोटे-छोटे कौर में लें और उसे अच्छी तरह चबाएं। कोशिश करें कि खाने के समय कोई भी ध्यान भटकाने वाली चीजें जैसे मोबाइल, टीवी या लैपटॉप बंद कर दें। जब आप पूरी तरह भोजन पर ध्यान केंद्रित करेंगे, तो आपका पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करेगा और आप अधिक स्वस्थ महसूस करेंगे।
इसके अलावा, भोजन से पहले और बाद में हल्का पानी पीना भी फायदेमंद होता है, लेकिन खाने के तुरंत बाद ज्यादा पानी पीने से बचें क्योंकि इससे पाचन तंत्र कमजोर हो सकता है। विशेषज्ञ यह भी सलाह देते हैं कि रात का खाना हल्का और जल्दी खा लेना चाहिए ताकि शरीर को सोने से पहले भोजन को पचाने का पूरा समय मिल सके।
अगर आप अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहते हैं, तो भोजन को केवल पेट भरने के लिए न खाएं, बल्कि उसे एक अनुभव की तरह लें। जापान में एक कहावत है कि हमें अपने पेट का केवल 80% हिस्सा ही भरना चाहिए, यानी जरूरत से ज्यादा न खाएं। भोजन को धीरे-धीरे चबाने से आप इसका असली स्वाद और पोषण प्राप्त कर सकते हैं और कई स्वास्थ्य समस्याओं से बच सकते हैं।
इसलिए अगली बार जब भी आप खाना खाने बैठे, तो जल्दबाजी न करें। हर कौर का स्वाद लें, धीरे-धीरे चबाएं और भोजन को सही तरीके से पचने दें। यह छोटी-छोटी आदतें आपको लंबे समय तक स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकती हैं। भोजन का आनंद लें, उसे सराहें और इसे अपने जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाएं।