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गर्मियों के मौसम में जब अधिकांश किसान गेहूं और सरसों की कटाई के बाद अपने खेतों को खाली छोड़ देते हैं, तब मूंग की खेती उनके लिए एक शानदार विकल्प बन सकती है। मूंग की खेती कम समय में अधिक मुनाफा देने वाली फसल साबित हो सकती है, खासकर उन किसानों के लिए जिनके पास सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है। मूंग की फसल केवल 60-70 दिनों में तैयार हो जाती है, जिससे किसानों को कम समय में अधिक आमदनी हो सकती है।
मूंग की खेती दो सीजन में की जा सकती है – खरीफ और जायद। गर्मी के मौसम में यानी जायद के सीजन में मूंग की बुवाई का सबसे उपयुक्त समय 1 मार्च से 30 मार्च के बीच होता है। हालांकि, जिन राज्यों में मानसून जून के अंत या जुलाई के पहले सप्ताह में आता है, वहां किसान अप्रैल के पहले सप्ताह तक भी इसकी बुवाई कर सकते हैं। आमतौर पर गेहूं की कटाई के एक-दो सप्ताह के भीतर मूंग की बुवाई करना फायदेमंद माना जाता है।
मूंग की खेती में लागत और मुनाफे की बात करें तो यह काफी आकर्षक है। एक एकड़ मूंग की फसल के लिए लगभग 6 से 10 किलो बीज की आवश्यकता होती है। बाजार में मूंग के बीजों की कई किस्में उपलब्ध हैं, लेकिन शक्तिवर्धक हाइब्रिड बीजों की विराट गोल्ड और एसवीएम 88 किस्में बेहतर उत्पादन देने के लिए जानी जाती हैं। विराट गोल्ड मोटे दानों वाली और एसवीएम 88 मध्यम आकार के दानों वाली किस्म है। ये दोनों ही किस्में पीले मोज़ेक वायरस (Yellow Mosaic Virus) के प्रति सहनशील होती हैं, जिससे फसल को रोगों से बचाने में मदद मिलती है।
एक एकड़ में मूंग की खेती के लिए आवश्यक खर्च में बीज, खेत की तैयारी, खाद, कीटनाशक, खरपतवार नियंत्रण, सिंचाई और कटाई जैसी चीजें शामिल होती हैं। अनुमान के मुताबिक, एक एकड़ मूंग की फसल की कुल लागत लगभग 25,000 रुपये आती है। अगर किसान उपयुक्त बीज, सही खाद और कीटनाशकों का प्रयोग करे तो वह एक एकड़ में 8 से 10 क्विंटल तक उत्पादन प्राप्त कर सकता है। अगर हम औसतन 8 क्विंटल उत्पादन मानें और सरकार द्वारा तय न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) 8682 रुपये प्रति क्विंटल लें, तो किसान की कुल आमदनी लगभग 69,456 रुपये हो सकती है।
हालांकि, वास्तविक बाजार में कई बार किसानों को MSP से कम कीमत मिलती है। कुछ स्थानों पर मूंग की कीमत 7,000 रुपये प्रति क्विंटल तक भी हो सकती है। इस स्थिति में किसान की आमदनी घटकर 56,000 रुपये तक रह सकती है। लेकिन फिर भी अगर हम एक औसत मूल्य 7,500 रुपये प्रति क्विंटल मानकर गणना करें, तो किसान की कुल आमदनी 60,000 रुपये होगी।
अब अगर इस आमदनी में से 25,000 रुपये की लागत निकाल दी जाए, तो किसान को शुद्ध लाभ 35,000 रुपये होगा। यह लाभ केवल 60-65 दिनों की अवधि में मिलेगा। यदि किसान दो एकड़ में मूंग की खेती करता है, तो उसकी कुल आमदनी 1,20,000 रुपये तक जा सकती है और शुद्ध मुनाफा 70,000 रुपये तक हो सकता है।
मूंग की खेती की एक और विशेषता यह है कि यह मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखने में मदद करती है। मूंग एक दलहनी फसल (Leguminous Crop) है, जो नाइट्रोजन को मिट्टी में संग्रहीत करने की क्षमता रखती है। इससे अगली फसल के लिए मिट्टी अधिक उपजाऊ बनती है और उर्वरकों की लागत कम होती है। मूंग की खेती करने से किसानों को अगली फसल में भी फायदा हो सकता है।
अगर किसान मूंग की फसल से अधिक उत्पादन लेना चाहते हैं, तो उन्हें कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं का ध्यान रखना चाहिए। सबसे पहले, बुवाई के तुरंत बाद डीएपी (DAP) 25 किलो और सल्फर 4 किलो प्रति एकड़ की दर से डालना चाहिए। इसके अलावा, खरपतवार नियंत्रण के लिए बुवाई के 4-8 घंटे के भीतर पेंडामेथलिन (Pendimethalin) 800 मिलीलीटर को 200 लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करना चाहिए। इससे खेत में खरपतवार नहीं उगेंगे और मूंग की फसल स्वस्थ रहेगी।
इसके अलावा, फसल के दौरान नियमित रूप से सिंचाई और आवश्यक कीटनाशकों का छिड़काव करना चाहिए ताकि फसल पर कीटों और बीमारियों का प्रभाव न पड़े। कटाई के बाद उचित भंडारण भी महत्वपूर्ण होता है ताकि मूंग की गुणवत्ता बनी रहे और किसानों को अच्छा बाजार भाव मिल सके।
मूंग की खेती उन किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प है, जो कम समय में अधिक मुनाफा कमाना चाहते हैं। यदि सही तकनीकों का उपयोग किया जाए, तो किसान एक छोटे क्षेत्र में भी अच्छी आमदनी प्राप्त कर सकते हैं। जिन किसानों के पास अतिरिक्त ज़मीन उपलब्ध है, वे मूंग की खेती करके अपनी कुल आय को बढ़ा सकते हैं।
आज के समय में जब पारंपरिक फसलों की लागत बढ़ रही है और लाभ कम हो रहा है, मूंग जैसी दलहनी फसलों की खेती किसानों के लिए एक लाभदायक विकल्प बन सकती है। मूंग की खेती न केवल किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाती है, बल्कि मिट्टी की उर्वरता को बनाए रखकर दीर्घकालिक लाभ भी देती है।
इसलिए, यदि आप किसान हैं और गर्मी के सीजन में अपने खेत को खाली नहीं छोड़ना चाहते, तो मूंग की खेती को जरूर आजमाएं। सही समय पर बुवाई, उचित बीजों का चयन, उर्वरक प्रबंधन और बाजार में सही मूल्य प्राप्त करने की रणनीति अपनाकर आप मूंग की खेती से लाखों रुपये कमा सकते हैं।
(यह लेख मूंग की खेती से जुड़े नवीनतम आंकड़ों आधारित है। किसी भी प्रकार की कृषि योजना बनाने से पहले स्थानीय कृषि विशेषज्ञों से परामर्श लेना उचित रहेगा।)