Trump's New Wall |
डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल (National Emergency) घोषित कर एक बार फिर सुर्खियां बटोरी हैं। ट्रंप के इस फैसले ने वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। उन्होंने यह निर्णय अमेरिका और मेक्सिको की सीमा पर बढ़ती समस्याओं को ध्यान में रखते हुए लिया है। ट्रंप के अनुसार, यह कदम अमेरिका की सुरक्षा को बनाए रखने और अवैध घुसपैठ रोकने के लिए आवश्यक है।
मेक्सिको-अमेरिका सीमा पर दीवार का निर्माण ट्रंप के राजनीतिक एजेंडे का अहम हिस्सा रहा है। इस 3000 किलोमीटर लंबी सीमा पर रेगिस्तान, नदियां, जंगल और पहाड़ आते हैं, जो इसे पार करना चुनौतीपूर्ण बनाते हैं। लेकिन इसी चुनौतीपूर्ण रास्ते से हर साल लाखों लोग अवैध तरीके से अमेरिका में घुसते हैं। ट्रंप का मानना है कि सीमा पर दीवार बनाकर न केवल अवैध प्रवासियों को रोका जा सकता है, बल्कि ड्रग्स की तस्करी पर भी अंकुश लगाया जा सकता है।
अवैध प्रवासियों की समस्या अमेरिका के लिए नई नहीं है। हर साल लाखों लोग वैध या अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचने की कोशिश करते हैं। इनमें से कुछ टूरिस्ट या स्टूडेंट वीजा पर आते हैं, लेकिन वीजा खत्म होने के बाद भी वापस नहीं जाते। ट्रंप ने पहले कार्यकाल में इस समस्या पर ध्यान केंद्रित किया था और "मेक अमेरिका ग्रेट अगेन" के नारे के साथ दीवार बनाने की शुरुआत की थी। हालांकि, इस परियोजना को बीच में ही रोकना पड़ा था। इस बार, उन्होंने राष्ट्रीय आपातकाल घोषित कर इसे फिर से प्राथमिकता दी है।
ट्रंप ने सीमा पर दीवार निर्माण के लिए 15 से 25 बिलियन डॉलर का बजट मांगा है। हालांकि, इस फैसले को लेकर अमेरिकी संसद में काफी विवाद हुआ है। डेमोक्रेट्स ने इस बजट को मंजूरी देने से इंकार कर दिया, जिसके चलते ट्रंप ने आर्मी के बजट से फंड ट्रांसफर कर दिया। यह कदम मानवाधिकार संगठनों और राजनीतिक दलों के बीच बहस का कारण बना। मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि यह दीवार शरणार्थियों और पीड़ितों के मानवाधिकारों का उल्लंघन करती है।
सीमा पर दीवार बनाने का ट्रंप का विचार नया नहीं है। उनके पिछले कार्यकाल में भी इस मुद्दे पर काफी चर्चा हुई थी। 2021 में जो बाइडन ने इस परियोजना को रोक दिया था। लेकिन अब ट्रंप के सत्ता में वापसी के साथ, यह मुद्दा फिर से प्राथमिकता में आ गया है। ट्रंप का मानना है कि यह दीवार अमेरिका की सुरक्षा और समृद्धि के लिए बेहद जरूरी है।
अमेरिका और मेक्सिको के बीच यह सीमा अवैध घुसपैठ के लिए हमेशा से चर्चित रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका की सीमा पेट्रोल ने 2021 में 11 लाख से अधिक घुसपैठियों को पकड़ा था। लेकिन यह संख्या सिर्फ पकड़े गए लोगों की है। असल में, इससे कहीं ज्यादा लोग बिना पकड़े ही सीमा पार कर जाते हैं। ये घुसपैठिए न केवल अमेरिका की आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा हैं, बल्कि ड्रग्स और मानव तस्करी को भी बढ़ावा देते हैं।
ट्रंप ने दीवार निर्माण को लेकर "बिल्ड द वॉल एंड मेक्सिको विल पे फॉर इट" का नारा दिया था। हालांकि, दीवार की लागत को लेकर अब तक कोई ठोस सहमति नहीं बन पाई है। इसके अलावा, इस परियोजना पर मानवाधिकार संगठनों का विरोध भी जारी है। वे इसे पीड़ितों और शरणार्थियों के अधिकारों का हनन मानते हैं।
अमेरिका में राष्ट्रीय आपातकाल का प्रावधान केवल विशेष परिस्थितियों में लागू किया जाता है। 1976 में बनाए गए नेशनल इमरजेंसी एक्ट के तहत राष्ट्रपति को विशेष अधिकार दिए गए हैं। इस एक्ट के तहत राष्ट्रपति आपातकालीन स्थिति में तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं। हालांकि, हर छह महीने में इसे नवीनीकृत करना आवश्यक होता है।
ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में भी राष्ट्रीय आपातकाल का उपयोग किया था। 2019 में मेक्सिको सीमा पर दीवार बनाने और 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने यह कदम उठाया था। लेकिन इस बार का आपातकाल विवादित है, क्योंकि इसका उद्देश्य मुख्य रूप से उनके चुनावी एजेंडे को पूरा करना है।
डोनाल्ड ट्रंप का यह कदम अमेरिका की राजनीति और सामाजिक ताने-बाने पर गहरा प्रभाव डाल सकता है। यह दीवार न केवल अवैध प्रवासियों को रोकने का एक प्रयास है, बल्कि ट्रंप के राजनीतिक दृष्टिकोण का प्रतीक भी है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि इस कदम को अमेरिकी जनता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय किस नजर से देखता है।