Saif Ali Khan's 15,000 Crore Property Battle |
सैफ अली खान से जुड़ा यह मामला हाल के दिनों में चर्चा का विषय बना हुआ है। भोपाल में स्थित उनकी 15,000 करोड़ रुपये की संपत्ति को केंद्र सरकार के अधिग्रहण (acquisition) के दायरे में लाने का मामला सामने आया है। यह संपत्ति पटौदी परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, और इस पर चल रही कानूनी लड़ाई ने कई नई परतें खोल दी हैं।
भोपाल और रायसेन में स्थित इन संपत्तियों में फ्लैग स्टाफ हाउस, नोरस सभा पैलेस, दार-उल-सलाम, हबीबी का बंगला, अहमदाबाद पैलेस और कोहे फिज जैसे महत्वपूर्ण स्थान शामिल हैं। फ्लैग स्टाफ हाउस वह जगह है जहाँ कभी सैफ अली खान स्वयं रहे थे। इन संपत्तियों को शत्रु संपत्ति अधिनियम (Enemy Property Act) के तहत सरकारी कब्जे में लाने की कोशिश की जा रही है। इस अधिनियम के अनुसार, विभाजन के समय जो लोग पाकिस्तान चले गए और अपनी संपत्तियों का दावा नहीं कर सके, उनकी संपत्ति पर केंद्र सरकार दावा कर सकती है।
संपत्ति को लेकर विवाद तब गहरा हुआ जब मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने इस संपत्ति पर लगे स्टे (stay) को हटा दिया। यह स्टे 2015 में मुंबई के एनेमी प्रॉपर्टी कस्टोडियन ऑफिस द्वारा इन संपत्तियों को सरकारी घोषित करने के खिलाफ लगाया गया था। दिसंबर 2024 में एमपी हाई कोर्ट ने सैफ अली खान की याचिका को खारिज करते हुए उन्हें अपील का समय दिया, लेकिन समयसीमा में अपील दायर न हो पाने के कारण स्टे हटा दिया गया। हालांकि, अभी भी डबल बेंच और सुप्रीम कोर्ट के विकल्प खुले हुए हैं।
सैफ अली खान के पारिवारिक इतिहास को देखें तो 1947 के पहले भोपाल एक रियासत थी, जिसके अंतिम नवाब हमीदुल्लाह खान थे। वे सैफ अली खान के नाना थे। उनकी तीन बेटियां थीं, जिनमें से एक, आबिदा सुल्तान, पाकिस्तान चली गईं, जबकि दूसरी बेटी साजिदा भारत में रहीं और नवाब इफ्तिखार अली खान पटौदी से विवाह किया। 2019 में अदालत ने साजिदा सुल्तान को कानूनी उत्तराधिकारी घोषित किया और इसी आधार पर सैफ अली खान को इन संपत्तियों में हिस्सेदारी मिली। आबिदा सुल्तान के पाकिस्तान चले जाने के कारण उनकी संपत्तियां शत्रु संपत्ति की श्रेणी में आ गईं और सरकार का दावा मजबूत हो गया।
सैफ अली खान के पास संपत्तियों की एक लंबी सूची है, जिसमें गुरुग्राम का पटौदी हाउस भी शामिल है। इसके अलावा, वे बॉलीवुड के प्रसिद्ध कपूर परिवार से भी जुड़े हैं। उनकी पत्नी करीना कपूर खान भी एक बड़े परिवार से ताल्लुक रखती हैं। इतनी विशाल संपत्ति के कारण कानूनी लड़ाई का लंबा खिंचना स्वाभाविक है। सैफ अली खान ने अब तक अपने पक्ष को कानूनी तरीके से मजबूती से रखा है, और यह स्पष्ट है कि इतनी बड़ी संपत्ति को वह इतनी आसानी से छोड़ने वाले नहीं हैं।
इस मामले का भविष्य कानूनी प्रक्रियाओं पर निर्भर करता है। हालांकि, पटौदी परिवार की इस संपत्ति को लेकर चल रहा विवाद न केवल कानूनी बल्कि सामाजिक और ऐतिहासिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। इसे लेकर आगे की कानूनी लड़ाई और परिणाम पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।