How L’Oréal and IBM Are Revolutionizing Beauty : AI से बदलेगा सौंदर्य का भविष्य!

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IBM की जनरेटिव AI (GenAI) तकनीक को L’Oréal की रिसर्च और इनोवेशन टीम्स के साथ मिलाकर एक अनोखा AI मॉडल विकसित किया जा रहा है, जो सौंदर्य उत्पादों को अधिक टिकाऊ और पर्यावरण-अनुकूल बनाने में मदद करेगा। यह तकनीक न केवल रचनात्मकता को बढ़ावा देगी बल्कि ऊर्जा और कच्चे माल की बर्बादी को भी कम करेगी।

इस पहल के अंतर्गत, एक ऐसा AI फाउंडेशन मॉडल तैयार किया जाएगा जो कॉस्मेटिक फॉर्मुलेशन (cosmetic formulation) में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल और उनके गुणों को बेहतर ढंग से समझने में सक्षम होगा। यह मॉडल L’Oréal की रिसर्च एंड डेवलपमेंट टीम को नए उत्पादों के निर्माण और पुराने उत्पादों को सुधारने में मदद करेगा। इससे न केवल उत्पाद निर्माण प्रक्रिया तेज होगी बल्कि उत्पादन में इस्तेमाल होने वाले संसाधनों की बर्बादी भी कम होगी।

L’Oréal में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन की अगुवाई करने वाले प्रमुख अधिकारियों ने इस साझेदारी को सौंदर्य विज्ञान और AI तकनीक के संगम के रूप में देखा है। इसके माध्यम से कंपनी का उद्देश्य है कि वह व्यक्तिगत पसंद (personalisation), समावेशिता (inclusivity), और स्थिरता (sustainability) जैसे उच्च मानकों तक अपने उत्पादों को पहुंचा सके।

IBM की AI तकनीक ने प्राकृतिक भाषा प्रॉसेसिंग (Natural Language Processing, NLP) जैसे क्षेत्रों में पहले ही क्रांति ला दी है। अब, इस तकनीक को केमिस्ट्री, जियोस्पेशियल डेटा (geospatial data), और टाइम सीरीज़ एनालिसिस (time series analysis) जैसे क्षेत्रों में भी अपनाया जा रहा है। IBM ने इस तकनीक को इस प्रकार डिजाइन किया है कि यह बड़े डाटासेट्स (datasets) पर प्रशिक्षित होकर विभिन्न कार्यों को अंजाम दे सके और अलग-अलग क्षेत्रों में उपयोग हो।

इस साझेदारी के तहत, AI मॉडल को कॉस्मेटिक फॉर्मूलों और कच्चे माल के विशाल डेटाबेस पर प्रशिक्षित किया जाएगा। यह मॉडल फॉर्मुलेशन की प्रक्रिया में तेजी लाने के साथ-साथ उसमें नवीनता भी जोड़ेगा। यह वैज्ञानिक और तकनीकी दृष्टि से एक बड़ी उपलब्धि मानी जा सकती है क्योंकि यह टिकाऊ सामग्री (sustainable materials) और नवीकरणीय कच्चे माल (renewable raw materials) के व्यवहार को बेहतर ढंग से समझने का अवसर प्रदान करेगी।

IBM के अधिकारियों ने इस पहल को "AI-ऑगमेंटेड रिसर्च" (AI-augmented research) का नाम दिया है, जिसमें तकनीक और विशेषज्ञता का उपयोग एक पर्यावरण-अनुकूल और विविधता भरे दृष्टिकोण को बढ़ावा देने के लिए किया जा रहा है। यह परियोजना न केवल L’Oréal को उनकी संचालन प्रक्रियाओं को सुधारने में मदद करेगी, बल्कि उन्हें अधिक गुणवत्ता वाले और टिकाऊ उत्पाद बनाने में भी सक्षम बनाएगी।

यह साझेदारी IBM की रणनीति को भी दर्शाती है, जो कि उद्योगों के लिए कस्टम AI समाधान विकसित करने पर केंद्रित है। IBM के दृष्टिकोण के अनुसार, व्यक्तिगत AI (custom AI) के माध्यम से व्यवसायों को विभिन्न स्तरों पर पुनर्गठित और पुनर्परिभाषित (reshape) किया जा सकता है।

L’Oréal के अधिकारियों का मानना है कि इस तकनीकी पहल से उनके फॉर्मुलेशन और नवाचार प्रक्रियाओं को गति मिलेगी। कंपनी के डिजिटल और परिवर्तन प्रमुख (Chief Transformation & Digital Officer) का कहना है कि यह सहयोग L’Oréal की विशेषज्ञता और डेटा संरचना (data structuring) पर आधारित है और यह उनकी विकास प्रक्रिया को एक नया युग देगा।

AI और सौंदर्य के बीच का यह संगम सिर्फ तकनीकी नवाचार तक सीमित नहीं है। यह इस बात पर भी जोर देता है कि AI का उपयोग केवल व्यक्तिगत उत्पाद बनाने के लिए नहीं, बल्कि ऐसे उत्पादों के निर्माण के लिए भी किया जा सकता है जो पर्यावरण के प्रति अधिक संवेदनशील हों। यह परियोजना उद्योग में टिकाऊ प्रक्रियाओं (sustainable processes) को बढ़ावा देने के लिए एक मिसाल कायम कर सकती है।

IBM के रिसर्च प्रमुख ने इस साझेदारी को "टेक्नोलॉजी और विशेषज्ञता के बल पर ग्रह के लिए अच्छा करने का प्रयास" बताया। उनका कहना है कि इस परियोजना से L’Oréal को उनके फार्मूला और उत्पाद डेटा से महत्वपूर्ण जानकारी निकालने और एक ऐसा AI मॉडल तैयार करने में मदद मिलेगी, जो न केवल संचालन लक्ष्यों को पूरा करेगा, बल्कि उच्च गुणवत्ता और स्थिरता वाले उत्पाद भी बनाएगा।

L’Oréal और IBM का यह प्रयास उद्योग के लिए एक नई दिशा स्थापित कर सकता है। इस सहयोग से यह साबित होता है कि कैसे एक बड़ी तकनीकी कंपनी और सौंदर्य उद्योग मिलकर पर्यावरण और नवाचार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दिखा सकते हैं। अगर यह प्रयास सफल होता है, तो यह अन्य उद्योगों के लिए भी एक प्रेरणा स्रोत बन सकता है, जो AI की क्षमता का उपयोग करके स्थिरता के प्रयासों को सशक्त बनाना चाहते हैं।

इस पहल का सबसे रोचक पहलू यह है कि यह न केवल कॉस्मेटिक फॉर्मुलेशन में नवीनता लाएगा, बल्कि नवीकरणीय सामग्री (renewable materials) के व्यवहार को गहराई से समझने में भी मदद करेगा। यह विज्ञान और तकनीक के बीच का ऐसा मेल है, जो भविष्य में सौंदर्य उद्योग के संचालन के तरीके को पूरी तरह से बदल सकता है।

इस परियोजना के माध्यम से, L’Oréal और IBM दोनों एक ऐसा उदाहरण पेश कर रहे हैं, जो दिखाता है कि कैसे तकनीक और रचनात्मकता का उपयोग पर्यावरण और समाज के लाभ के लिए किया जा सकता है। यह साझेदारी पर्यावरण-अनुकूल और तकनीकी रूप से उन्नत सौंदर्य उद्योग की ओर एक कदम है।

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