Champions Trophy Crisis |
पाकिस्तान में प्रस्तावित चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर एक गंभीर विवाद खड़ा हो गया है। इस टूर्नामेंट को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) द्वारा पाकिस्तान में आयोजित करने की योजना थी, लेकिन अब यह संदेह के घेरे में है। हाल ही में रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तान के स्टेडियमों की तैयारी में गंभीर खामियां उजागर हुई हैं, जिससे इस टूर्नामेंट को किसी अन्य देश, विशेषकर दुबई या UAE, में स्थानांतरित करने की संभावना पर चर्चा हो रही है। यह स्थिति पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है क्योंकि 1996 के बाद पहली बार वह एक बड़े वैश्विक क्रिकेट टूर्नामेंट की मेजबानी करने वाला था।
चैंपियंस ट्रॉफी, जिसे "मिनी वर्ल्ड कप" भी कहा जाता है, का आयोजन फरवरी 2025 में पाकिस्तान के तीन शहरों - लाहौर, कराची और रावलपिंडी में होना तय था। परंतु इन तीनों शहरों के स्टेडियमों की स्थिति चिंता का विषय बन गई है। रिपोर्ट्स के अनुसार, लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम और रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम में आवश्यक निर्माण और मरम्मत कार्य अभी भी अधूरे हैं। इन स्टेडियमों में फेंसिंग, फ्लडलाइट्स, दर्शकों की सीटें, ड्रेसिंग रूम, हॉस्पिटैलिटी बॉक्स, और मल्टी-स्टोरी एन्क्लोजर जैसे बुनियादी सुविधाओं का काम अब तक पूरा नहीं हुआ है। इन स्टेडियमों का काम पिछले साल अगस्त में शुरू हुआ था और इसे दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक ये लक्ष्य अधूरा है।
सुरक्षा कारणों से भारत ने पहले ही पाकिस्तान में अपने मैच खेलने से मना कर दिया था, और इसके स्थान पर भारत के मैच दुबई में आयोजित करने का निर्णय लिया गया था। परंतु अब पूरे टूर्नामेंट को ही पाकिस्तान से बाहर ले जाने की संभावना जताई जा रही है। आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को चेतावनी दी है कि अगर फरवरी 2025 तक स्टेडियम तैयार नहीं होते, तो पूरे टूर्नामेंट को UAE में स्थानांतरित किया जा सकता है।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने इन चिंताओं का जवाब देते हुए कहा कि सभी आवश्यक कार्य जल्द से जल्द पूरे कर लिए जाएंगे। PCB ने इस परियोजना के लिए 1 बिलियन पाकिस्तानी रुपये आवंटित किए हैं, लेकिन इस दावे के बावजूद स्थिति गंभीर बनी हुई है। PCB ने भरोसा दिलाया कि ICC की मानकों को पूरा करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। हालांकि, समय की कमी और पाकिस्तान में मौजूदा मौसम की प्रतिकूल परिस्थितियों ने निर्माण कार्य को और मुश्किल बना दिया है।
आईसीसी की एक टीम फरवरी में पाकिस्तान का दौरा करेगी और स्टेडियमों का निरीक्षण करेगी। यदि स्टेडियम निर्धारित समय में तैयार नहीं होते, तो ICC चैंपियंस ट्रॉफी को UAE में स्थानांतरित करने का निर्णय ले सकती है। यह निर्णय पाकिस्तान के लिए एक बड़ा धक्का होगा, क्योंकि यह उसकी प्रतिष्ठा पर गहरा प्रभाव डालेगा।
पिछले वर्षों में पाकिस्तान ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की मेजबानी के अवसरों से वंचित रहकर खुद को एक सुरक्षित और सक्षम आयोजक के रूप में साबित करने की कोशिश की है। लेकिन इस बार स्टेडियमों की स्थिति ने उसके प्रयासों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यदि यह टूर्नामेंट पाकिस्तान से बाहर चला जाता है, तो यह न केवल उसकी अंतरराष्ट्रीय साख को नुकसान पहुंचाएगा, बल्कि भविष्य के बड़े आयोजनों के लिए उसकी मेजबानी के अवसरों को भी प्रभावित कर सकता है।
अब यह देखना बाकी है कि क्या पाकिस्तान अंतिम समय में अपनी तैयारी पूरी कर पाता है या यह टूर्नामेंट किसी अन्य देश में आयोजित किया जाएगा। यह स्थिति पाकिस्तान और उसके क्रिकेट प्रशंसकों के लिए तनावपूर्ण है, लेकिन ICC के लिए यह सुनिश्चित करना भी जरूरी है कि टूर्नामेंट का आयोजन सुचारू रूप से हो।