Madhya Pradesh Freezes : जानें कब तक रहेगा यह मौसम!

NCI

Madhya Pradesh Freezes

मध्य प्रदेश में नए साल के साथ ही ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में बीते दिनों हुई बारिश के बाद से तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। बारिश के चलते न सिर्फ न्यूनतम तापमान (minimum temperature) में कमी आई है, बल्कि अधिकतम तापमान (maximum temperature) में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में हुई भारी बर्फबारी के कारण वहां से आने वाली ठंडी हवाएं पूरे प्रदेश में ठिठुरन बढ़ा रही हैं। आने वाले तीन से चार दिनों तक रात के तापमान में और गिरावट की संभावना जताई गई है, जिससे कई जिलों में शीतलहर (cold wave) चलने के आसार हैं।

प्रदेश के मालवा क्षेत्र, जिसमें उज्जैन संभाग प्रमुख है, में ठंड का प्रकोप ज्यादा महसूस किया जा रहा है। यहां कोल्ड डे (cold day) और शीतलहर जैसी स्थिति बनी हुई है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि जनवरी महीने में करीब 20 से 22 दिन तक प्रदेश में शीतलहर और कोल्ड डे का प्रभाव रह सकता है। मंगलवार सुबह ग्वालियर-चंबल, उज्जैन, सागर और रीवा संभाग के कई जिलों में घना कोहरा देखा गया। उज्जैन और रतलाम में कोल्ड डे की चेतावनी जारी की गई है, जबकि शाजापुर, मंदसौर, नीमच और आगर-मालवा जिलों में शीतलहर की स्थिति बने रहने की संभावना है।

सोमवार को प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में दिन का तापमान 25 डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया। सबसे ठंडा स्थान टीकमगढ़ रहा, जहां पारा 18 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। अन्य प्रमुख शहरों जैसे नौगांव में 18.5 डिग्री, ग्वालियर और रीवा में 19 डिग्री, सीधी में 19.8 डिग्री, खजुराहो में 20.2 डिग्री और सतना में 20.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इसी तरह शिवपुरी में 21 डिग्री, जबलपुर में 21.6 डिग्री, उमरिया में 22 डिग्री, पचमढ़ी, मलाजखंड और सागर में 22.5 डिग्री, भोपाल में 22.6 डिग्री और गुना में 22.7 डिग्री सेल्सियस रहा। रात के समय भी ठंड का असर साफ महसूस किया गया। गुना में पारा गिरकर 7.2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया।

प्रदेश के बड़े शहरों में भी ठंड का असर साफ देखने को मिला। भोपाल में रात का तापमान 10.4 डिग्री, इंदौर में 13.2 डिग्री, ग्वालियर में 11.1 डिग्री, उज्जैन में 11.5 डिग्री और जबलपुर में 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। बीते रविवार और सोमवार की रात भी ठंडी रही, जिससे प्रदेश के कई जिलों में तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया। विशेष रूप से बैतूल, धार, नर्मदापुरम, खंडवा, खरगोन, पचमढ़ी, रायसेन, राजगढ़, रतलाम और शाजापुर जैसे जिलों में ठंड का असर ज्यादा महसूस किया गया।

आज के दिन ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, दतिया, शिवपुरी, गुना, अशोकनगर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, सतना, मैहर, मऊगंज, सिंगरौली, मंदसौर और नीमच में कोहरा छाया रहने की संभावना है। उज्जैन और रतलाम में कोल्ड डे का अलर्ट जारी किया गया है। शाजापुर, नीमच, मंदसौर और आगर-मालवा में शीतलहर चलने की संभावना बनी हुई है। आने वाले दिनों में, यानी 1 और 2 जनवरी को, भी प्रदेश के कई हिस्सों में हल्के से मध्यम कोहरे की संभावना है। विशेष रूप से ग्वालियर, मुरैना, भिंड, श्योपुर, दतिया, शिवपुरी, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, रीवा, मऊगंज और सिंगरौली जैसे जिलों में कोहरे के साथ ठंडी हवाएं चलने का अनुमान है।

मौसम विभाग के अनुसार, जनवरी महीने की शुरुआत में ठंड का असर चरम पर रहेगा। खासतौर से मालवा, ग्वालियर-चंबल और बुंदेलखंड क्षेत्र में तापमान में गिरावट जारी रह सकती है। उज्जैन और रतलाम जैसे शहरों में जहां दिन के समय भी ठंड महसूस की जा रही है, वहीं रात का तापमान सामान्य से काफी नीचे बना हुआ है। शीतलहर की स्थिति के कारण लोगों को ठंड से बचाव के लिए सतर्क रहने की सलाह दी गई है।

सर्द हवाओं का यह सिलसिला उत्तर भारत में हुई बर्फबारी और पश्चिमी विक्षोभ (western disturbance) के कारण बना हुआ है। इन ठंडी हवाओं ने मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्सों में कड़ाके की ठंड का माहौल बना दिया है। लोगों को खासकर सुबह और रात के समय ठिठुरन का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में कोहरे के कारण दृश्यता (visibility) भी काफी कम हो गई है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है।

मौसम विभाग की सलाह है कि ठंड से बचाव के लिए लोग गर्म कपड़े पहनें, घर से बाहर निकलने पर सावधानी बरतें और ठंडी हवा के सीधे संपर्क से बचें। आने वाले दिनों में सर्दी का यह असर और तेज हो सकता है, इसलिए जरूरी है कि लोग सतर्क रहें और ठंड से बचाव के उपाय अपनाएं।

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