Janani Suraksha Abhiyan |
जननी संरक्षक अभियान गर्भवती माताओं और उनके परिवारों के उज्ज्वल भविष्य की दिशा में एक अनूठी पहल है। यह अभियान विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए सहारा बन रहा है, जो आर्थिक तंगी और कुपोषण जैसी समस्याओं से जूझ रही हैं। केन्द्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अशोकनगर के तुलसी सरोवर पर आयोजित एक कार्यक्रम में इस अभियान को महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाला कदम बताया। उन्होंने कहा कि कुपोषण जैसी समस्या को समाप्त करने के लिए यह पहल महत्वपूर्ण है। इसके तहत महिलाओं को न केवल सेहत की देखभाल के साधन मिल रहे हैं, बल्कि उन्हें भविष्य की चिंताओं से भी राहत मिल रही है। यह अभियान देश में कुपोषण की समस्या को जड़ से मिटाने में सहायक सिद्ध होगा।
सिंधिया ने इस अभियान को सफल बनाने के लिए जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और समाज सेवकों के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस पहल में सामूहिक प्रयासों का होना आवश्यक है, जिससे अधिक से अधिक जरूरतमंद महिलाओं तक यह अभियान पहुंच सके। उन्होंने कहा कि इस अभियान के माध्यम से घर-घर में कुपोषण के खिलाफ जागरूकता फैलानी होगी। समाज के हर व्यक्ति को इस अभियान से जुड़ने की आवश्यकता है। इसके साथ ही महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना भी उतना ही जरूरी है, जिससे वे अपने परिवार और समाज में निर्णायक भूमिका निभा सकें। यह अभियान महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महिलाओं के कल्याण के लिए शुरू की गई योजनाओं का भी उल्लेख करते हुए सिंधिया ने कहा कि उज्ज्वला योजना और स्व सहायता समूह जैसी पहलों ने महिलाओं को सशक्त बनाया है। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 22 करोड़ घरों का निर्माण किया गया है, जिसमें महिलाओं को प्राथमिकता दी गई है। स्व सहायता समूहों के माध्यम से 11 करोड़ महिलाओं को रोजगार के अवसर दिए गए हैं। सिंधिया ने जननी संरक्षक अभियान को देश और प्रदेश के लिए एक उदाहरण बताया और जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने इस अभियान को महिलाओं की बेहतरी और समाज में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक बताया।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने जिले में असामाजिक तत्वों और भूमाफियाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही। राशन माफियाओं पर भी लगाम लगाने की दिशा में कार्य किए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया। सिंधिया ने जिले में पेयजल की समस्या को हल करने के लिए उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में 35 एमएलडी पानी की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इसके साथ ही जिले में खाद की आपूर्ति के लिए 5700 मैट्रिक टन खाद भेजा गया है और शीघ्र ही 2700 मैट्रिक टन खाद और उपलब्ध कराया जाएगा।
ललितपुर-चंदेरी-पिपरई रेल मार्ग के लिए 2 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत होने की जानकारी भी उन्होंने दी। उन्होंने बताया कि बीना से रुठियाई तक मेमू ट्रेन को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है, जिससे स्थानीय लोगों को इंदौर और अन्य स्थानों तक यात्रा करने में आसानी होगी। इसके अलावा, जिला मुख्यालय पर 2.5 करोड़ रुपये की लागत से मुख्य डाकघर के निर्माण का भी ऐलान किया गया। इन सभी परियोजनाओं का उद्देश्य जिले के विकास और लोगों की सुविधाओं को बेहतर बनाना है।
कार्यक्रम में जननी माताओं और कुपोषित बच्चों को सेहत की टोकरी वितरित की गई। इसके अलावा, गीता पाठ में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली लड़कियों को सम्मानित किया गया। सिंधिया ने कार्यक्रम के दौरान 6.57 करोड़ रुपये की लागत से चार निर्माण कार्यों का लोकार्पण किया और 11.333 करोड़ रुपये की लागत से 19 कार्यों का शिलान्यास किया। यह सभी परियोजनाएं जिले के विकास और महिलाओं के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में मील का पत्थर साबित होंगी।
जननी संरक्षक अभियान के तहत महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण की आवश्यकताओं के साथ-साथ सामाजिक और आर्थिक समर्थन भी दिया जा रहा है। यह अभियान महिलाओं के जीवन स्तर को सुधारने और उन्हें समाज में एक सम्मानजनक स्थान दिलाने का माध्यम बन रहा है। इस अभियान से जुड़े प्रत्येक पहलु से स्पष्ट है कि सरकार और जिला प्रशासन कुपोषण और गरीबी के खिलाफ लड़ाई में पूरी गंभीरता से जुटे हुए हैं।
जननी संरक्षक अभियान केवल एक पहल नहीं, बल्कि समाज में परिवर्तन का एक सशक्त माध्यम है। इस अभियान के माध्यम से महिलाओं को स्वास्थ्य के साथ-साथ जीवन के अन्य क्षेत्रों में भी सशक्त बनाया जा रहा है। इस तरह के अभियान न केवल महिलाओं के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं। यह अभियान महिलाओं के उज्जवल भविष्य की दिशा में एक बड़ा कदम है, जिसे सामूहिक प्रयासों से और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है।