GenAI |
क्लाउडस्ट्राइक की एक नई रिपोर्ट ने जनरेटिव एआई (GenAI) के उपयोग और इसके प्रभावों पर एक स्पष्ट दृष्टिकोण पेश किया है। इस सर्वेक्षण में दुनिया भर के 1,022 साइबर सुरक्षा पेशेवरों से उनके विचार मांगे गए थे। यह अध्ययन न केवल इस तकनीक को अपनाने के प्रति उत्साह को उजागर करता है बल्कि इससे जुड़े जोखिमों पर भी रोशनी डालता है।
आज की जटिल साइबर खतरों (sophisticated threats) के बीच, जनरेटिव एआई की संभावनाओं को लेकर पेशेवरों में सकारात्मकता दिखाई दी है। लेकिन इसके साथ-साथ, डेटा एक्सपोजर (data exposure) और स्वयं जनरेटिव एआई सिस्टम पर हमलों को लेकर चिंता भी जाहिर की गई। जब से इस तकनीक की चर्चा शुरू हुई है, इसे "साइबर सुरक्षा के लिए नया युग" बताया जा रहा है। हालांकि, इसे सफलतापूर्वक अपनाने के लिए इसे सुरक्षित, जिम्मेदार और उद्योग-विशिष्ट (industry-specific) तरीके से लागू करना जरूरी होगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, साइबर सुरक्षा टीमों ने साफ किया कि वे ऐसे एआई उपकरणों पर भरोसा नहीं करेंगे, जो सुरक्षा के लिए गलत सुझाव दें। 83% पेशेवरों ने कहा कि वे केवल उन उपकरणों को चुनेंगे, जो खासतौर पर साइबर सुरक्षा के लिए डिज़ाइन किए गए हों। ब्रेच प्रिवेंशन (breach prevention) इन तकनीकों को अपनाने का एक प्रमुख कारण है, क्योंकि 74% ने बताया कि पिछले 18 महीनों में या तो उनके सिस्टम में सेंध लगी है या वे कमजोरियों को लेकर चिंतित हैं।
ज्यादातर उत्तरदाताओं ने कहा कि वे सामान्य उपयोग के लिए बने जनरेटिव एआई पर भरोसा नहीं करेंगे। उनका मानना है कि केवल वे ही उपकरण प्रभावी होंगे जो कि साइबर सुरक्षा में विशेषज्ञता रखने वाले विक्रेताओं द्वारा विकसित किए गए हैं। यह बात इस तथ्य से भी स्पष्ट होती है कि लगभग दो-तिहाई (63%) पेशेवर अपने वर्तमान विक्रेता को बदलने के लिए तैयार हैं, यदि कोई बेहतर एआई सुविधाएं पेश करता है। यह इस उद्योग की बदलती प्राथमिकताओं और नई तकनीकों को अपनाने की तत्परता को दर्शाता है।
जहां कुछ उद्योगों में ऑटोमेशन (automation) के कारण नौकरियों पर खतरा मंडरा रहा है, वहीं साइबर सुरक्षा पेशेवरों को इस बात की अधिक चिंता नहीं है। उनका मानना है कि जनरेटिव एआई सुरक्षा विश्लेषकों (security analysts) को उनके कार्य में सहायक साबित होगा। यह न केवल दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित कर सकता है, बल्कि बर्नआउट (burnout) को कम करने, नए कर्मियों को तेज़ी से प्रशिक्षित करने और निर्णय लेने की प्रक्रिया को तेज़ बनाने में भी मदद कर सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि अधिकांश पेशेवरों का मानना है कि यह तकनीक मानव श्रम को प्रतिस्थापित (replace) करने के बजाय उसे सशक्त (augment) करेगी।
हालांकि, सुरक्षा टीमें अपने निवेश की वित्तीय समीक्षा (financial justification) को भी ध्यान में रख रही हैं। अधिकांश पेशेवरों ने कहा कि किसी भी जनरेटिव एआई प्रणाली को अपनाने से पहले वे उसकी आरओआई (ROI - return on investment) का आकलन करेंगे। रिपोर्ट के अनुसार, आरओआई का सबसे बड़ा हिस्सा लागत अनुकूलन (cost optimisation) और अधिक प्रभावी उपकरणों (efficient tools) से आएगा, जो कुल 31% है। इसके अलावा, 30% उत्तरदाताओं ने कम घटनाओं (fewer incidents) और 26% ने कम प्रबंधन समय (reduced management time) को प्राथमिकता दी।
फिर भी, सुरक्षा और गोपनीयता (privacy) को लेकर चिंताएं जनरेटिव एआई को अपनाने में एक बड़ा अवरोध बनी हुई हैं। 87% संगठनों ने या तो नई सुरक्षा नीतियों को लागू किया है या इसकी योजना बनाई है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि एआई तकनीक का उपयोग सुरक्षित और नैतिक तरीके से हो। इसके अलावा, केवल 39% पेशेवरों ने माना कि एआई के फायदे इसके खतरों से ज्यादा हैं, जबकि 40% का मानना है कि दोनों बराबर हैं।
जनरेटिव एआई के प्लेटफ़ॉर्म-आधारित (platform-based) दृष्टिकोण को अधिकतर पेशेवरों ने पसंद किया। 80% उत्तरदाताओं ने कहा कि वे ऐसे उपकरणों को प्राथमिकता देंगे, जो मौजूदा प्रणालियों के साथ निर्बाध रूप से एकीकृत (integrated) हों। इससे यह स्पष्ट होता है कि उद्योग स्टैंडअलोन (standalone) उपकरणों की तुलना में उन उपकरणों को अधिक प्राथमिकता देगा, जो समग्र प्लेटफॉर्म (unified platform) के रूप में काम करें। इस प्रवृत्ति के पीछे मुख्य कारण यह है कि इससे परिचालन में आसानी होती है और नए समाधानों को अपनाने की जटिलता कम होती है।
रिपोर्ट ने यह भी दिखाया कि सुरक्षा टीमें मुख्य रूप से तीन कारणों से जनरेटिव एआई में रुचि रख रही हैं: हमलों का पता लगाने और प्रतिक्रिया में सुधार करना, परिचालन दक्षता (operational efficiency) को बढ़ाना, और स्टाफ की कमी (staff shortages) के प्रभाव को कम करना। अधिकांश पेशेवरों ने यह भी कहा कि वे आने वाले वर्ष में एआई उपकरणों को अपनाने की योजना बना रहे हैं।
लेकिन यह तकनीक अपने शुरुआती चरणों (early stages) में है, और इसे व्यापक रूप से अपनाने से पहले कई चुनौतियों को संबोधित करने की आवश्यकता होगी। रिपोर्ट का निष्कर्ष है कि "जनरेटिव एआई एक चमत्कारिक समाधान (silver bullet) नहीं है," लेकिन यह साइबर सुरक्षा के परिणामों को बेहतर बनाने की अपार संभावनाएं रखता है।
अंततः, यह तकनीक साइबर सुरक्षा टीमों को तेज़ी से और अधिक स्मार्ट तरीके से काम करने में मदद कर सकती है। लेकिन इसके मुख्यधारा में आने के लिए, संगठनों और विक्रेताओं को इसके जोखिमों को जिम्मेदारी से संभालने की आवश्यकता होगी।