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शुक्रवार सुबह भोपाल में न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री और अधिकतम तापमान 26.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, गुरुवार रात शहडोल के कल्याणपुर में सबसे कम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ। शिवपुरी के पिपरसमा में 3.3 डिग्री और पचमढ़ी में 3.4 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। रायसेन, गुना, उमरिया और नौगांव जैसे स्थानों पर तापमान 6 डिग्री के नीचे रहा। इन इलाकों में रायसेन में 4.8 डिग्री, गुना और उमरिया में 5 डिग्री, मंडला में 5.2 डिग्री और नौगांव में 5.3 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया। राजधानी भोपाल में भी गुरुवार रात पारा 6.9 डिग्री पर पहुंच गया, जबकि इंदौर में 8.6 डिग्री, ग्वालियर में 6 डिग्री, उज्जैन में 7.5 डिग्री और जबलपुर में 6.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया।
दिन के तापमान की बात करें तो भोपाल में अधिकतम तापमान 23.4 डिग्री, इंदौर में 24.8 डिग्री, ग्वालियर में 23.9 डिग्री और उज्जैन में 26 डिग्री दर्ज किया गया। जबलपुर में यह 25.6 डिग्री रहा। छोटे शहरों में बालाघाट के मलाजखंड में पारा 22.4 डिग्री, टीकमगढ़ में 23.8 डिग्री, रीवा में 23.7 डिग्री, नौगांव में 24 डिग्री, नरसिंहपुर में 23.4 डिग्री और बैतूल में 24.8 डिग्री पर रहा। इन जिलों के अलावा, पचमढ़ी में 23.6 डिग्री, रायसेन में 23 डिग्री और शिवपुरी में 24 डिग्री तापमान दर्ज किया गया।
शीतलहर का असर पूरे प्रदेश में महसूस किया जा रहा है। भोपाल, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, डिंडौरी, कटनी, उमरिया, शहडोल, सीधी, मैहर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में ठंडी हवाओं का असर साफ दिखाई दे रहा है। इनमें से कई जिलों में कोल्ड डे की स्थिति बनी हुई है, जिससे दिन के समय भी लोग घरों में दुबके रहने को मजबूर हैं। खासतौर पर भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, नीमच, विदिशा, सीहोर और रायसेन जैसे इलाकों में सर्दी का प्रकोप अधिक है।
भोपाल और इंदौर समेत कई जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है ताकि बच्चों को सुबह की ठंड से बचाया जा सके। वहीं, वन्यजीवों को सर्दी से बचाने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। भोपाल के वन विहार, इंदौर और ग्वालियर के चिड़ियाघरों में हीटर लगाए गए हैं। वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि जानवरों को ठंड से बचाने के लिए अतिरिक्त उपाय किए जा रहे हैं, ताकि उनकी सेहत पर असर न पड़े।
शीतलहर की चपेट में आने वाले जिलों में जबलपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल और डिंडौरी भी शामिल हैं। इन जिलों में सर्द हवाएं दिन और रात दोनों समय चल रही हैं। इस वजह से लोगों को अलाव (bonfire) का सहारा लेना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में स्थिति और भी गंभीर है, जहां ठंड से बचने के साधन सीमित हैं।
मौसम विभाग ने अगले चार दिनों के लिए कड़ाके की ठंड का अलर्ट जारी किया है। भोपाल, जबलपुर समेत कई इलाकों में शीतलहर की चेतावनी दी गई है। शुक्रवार को जबलपुर, निवाड़ी, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, रीवा, मऊगंज, मैहर, उमरिया, शहडोल, डिंडौरी, सिवनी और नर्मदापुरम में ठंडी हवाएं चलेंगी। राजधानी भोपाल, राजगढ़, शाजापुर, नीमच, विदिशा, सीहोर और रायसेन में कोल्ड डे के साथ-साथ सर्द हवाओं का असर रहेगा।
गुरुवार रात से ही ठंडी हवाओं के कारण प्रदेश के कई हिस्सों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई। शहडोल, कल्याणपुर, पिपरसमा और पचमढ़ी जैसे स्थान सबसे ठंडे रहे। वहीं, इंदौर और उज्जैन जैसे शहरों में कुछ राहत देखने को मिली, लेकिन यहां भी सर्दी का असर बरकरार है। इंदौर में अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 8.6 डिग्री रहा। उज्जैन में 7.5 डिग्री न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया, जो सामान्य से कम है।
प्रदेश के छोटे और मझोले शहरों में भी ठंड का प्रभाव स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। नरसिंहपुर, बैतूल, शिवपुरी, रीवा, सतना और उमरिया जैसे जिलों में रात के समय तापमान तेजी से गिर रहा है। इन इलाकों में न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिग्री के बीच रिकॉर्ड किया गया। ग्रामीण क्षेत्रों में किसान और मजदूर इस कड़ाके की ठंड में अपना काम करने को मजबूर हैं। कई इलाकों में लोग अलाव जलाकर ठंड से बचने की कोशिश कर रहे हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि ठंड का यह सिलसिला अभी कुछ दिनों तक जारी रहेगा। खासतौर पर अगले 4 दिनों में ठंड और बढ़ने की संभावना है। गुरुवार और शुक्रवार की रातें प्रदेश में अब तक की सबसे सर्द रही हैं। ऐसे में प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने और ठंड से बचाव के उपाय करने की सलाह दी है।