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खेत की बाउंड्री (boundary) को सही तरीके से उपयोग करके न केवल ज़मीन का संरक्षण किया जा सकता है, बल्कि इसे एक स्थायी आय का स्रोत भी बनाया जा सकता है। इसके लिए विशेष प्रकार के पेड़ों और फसलों का चयन करना महत्वपूर्ण है, जो लम्बे समय में भारी मुनाफा दे सकते हैं। यहाँ खेत की बाउंड्री पर लगाए जाने वाले पाँच प्रमुख पेड़ों और उनकी उपयोगिता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है।
1. महोगनी (Mahogany)
महोगनी एक ऐसी लकड़ी है जो हल्की और मजबूत होती है। इसकी लकड़ी से जहाज, वाद्ययंत्र (musical instruments), फर्नीचर और होम डेकोरेशन (home decoration) की चीजें बनाई जाती हैं। भारत में महोगनी की पाँच किस्में फेमस हैं:
- क्यूबन महोगनी
- हांडुरन महोगनी
- मेक्सिकन महोगनी
- अफ्रीकन महोगनी
- न्यूजीलैंड महोगनी
भारत में सबसे ज्यादा डिमांड अफ्रीकन महोगनी की है। इसे खेत की बाउंड्री पर लगाने के लिए पौधों के बीच 10 फीट की दूरी रखनी होती है। अगर खेत की बाउंड्री 500 फीट लंबी है, तो इसमें 50 पौधे लगाए जा सकते हैं। महोगनी का पेड़ 12 से 15 वर्षों में परिपक्व (mature) होता है, और एक पेड़ से लगभग 25 क्यूबिक फीट लकड़ी मिलती है। वर्तमान में बाजार में इसका भाव 2,000 रुपये प्रति क्यूबिक फीट है। इस तरह, एक पेड़ से करीब 50,000 रुपये और 50 पेड़ों से लगभग 25 लाख रुपये की कमाई हो सकती है।
2. सहजन (Moringa)
सहजन को पोषण से भरपूर और औषधीय गुणों वाला पौधा माना जाता है। इसकी तीन किस्में प्रमुख हैं:
- PKM 1
- PKM 2
- ODC 3
हाइब्रिड सहजन के पौधे से छह महीने बाद ही उत्पादन मिलने लगता है, और साल में दो बार फसल ली जा सकती है। एक पेड़ से दो साल में लगभग 35 किलो उत्पादन होता है। इसे खेत की बाउंड्री पर लगाने के लिए 7 फीट की दूरी रखनी होती है, जिससे 500 फीट की बाउंड्री में 70 पौधे लग सकते हैं। सहजन का बाजार मूल्य लगभग 30 रुपये प्रति किलो है। इस तरह, 70 पौधों से सालाना 98,000 रुपये की कमाई हो सकती है। सहजन के पौधे से 12-15 साल तक उत्पादन लिया जा सकता है, जिससे हर साल लाखों की आय हो सकती है।
3. सागवान (Teak)
सागवान, जिसे इमारती लकड़ी (timber) का राजा कहा जाता है, फर्नीचर, प्लाईवुड और जहाज निर्माण के लिए बेहद उपयोगी है। इसकी लकड़ी हल्की और मजबूत होती है। इसे भी खेत की बाउंड्री पर 10 फीट की दूरी पर लगाया जा सकता है।
500 फीट की बाउंड्री में 50 सागवान के पौधे लगाए जा सकते हैं। यह पेड़ 12 से 15 वर्षों में तैयार होता है, और एक पेड़ से 25 क्यूबिक फीट लकड़ी मिलती है। बाजार में सागवान की लकड़ी का भाव 2,200 रुपये प्रति क्यूबिक फीट है। इस तरह, एक पेड़ से लगभग 55,000 रुपये और 50 पौधों से 27.5 लाख रुपये की कमाई हो सकती है।
4. चंदन (Sandalwood)
चंदन का उपयोग इत्र, दवाइयों और पूजा सामग्री में होता है। यह भारत में एक अत्यधिक महंगी लकड़ी है। इसे खेत की बाउंड्री पर 10 फीट की दूरी पर लगाया जा सकता है, लेकिन इसके विकास के लिए साथ में सहायक पौधे जैसे सागवान या महोगनी लगाना आवश्यक है।
चंदन का पेड़ 15 से 20 वर्षों में परिपक्व होता है, और एक पेड़ से 15 किलो हार्डवुड (hardwood) मिलता है। वर्तमान में इसकी कीमत 10,000 रुपये प्रति किलो है। इस तरह, एक चंदन के पेड़ से लगभग 1.5 लाख रुपये की कमाई हो सकती है। अगर खेत की बाउंड्री में 50 चंदन के पेड़ लगाए जाएं, तो कुल आय 75 लाख रुपये हो सकती है।
5. मालाबार नीम (Malabar Neem)
मालाबार नीम एक तेजी से बढ़ने वाला पौधा है, जिसकी लकड़ी का उपयोग कागज बनाने, प्लाईवुड और फर्नीचर में किया जाता है। इसे खेत की बाउंड्री पर 8 फीट की दूरी पर लगाया जा सकता है।
500 फीट की बाउंड्री में 60 पौधे लगाए जा सकते हैं। मालाबार नीम का पेड़ 10 वर्षों में तैयार होता है, और एक पेड़ से 10 क्विंटल लकड़ी प्राप्त होती है। वर्तमान में इसकी लकड़ी का भाव 500 रुपये प्रति क्विंटल है। इस तरह, एक पेड़ से 5,000 रुपये और 60 पौधों से 3.6 लाख रुपये की कमाई हो सकती है।
सही फसल और पेड़ का चुनाव
- इन पेड़ों को लगाने के लिए खेत की बाउंड्री से कम से कम 10 फीट की दूरी छोड़ी जानी चाहिए, ताकि पौधों को पर्याप्त जगह और पोषण मिले।
- पेड़ों की छाया से प्रभावित फसलों को पहचान कर उनकी खेती की योजना बनानी चाहिए। ऐसी फसलें चुनी जानी चाहिए जो कम धूप में भी उग सकें।