मध्य प्रदेश के विजयपुर विधानसभा उपचुनाव में कांग्रेस की जीत ने राजनीतिक परिदृश्य में नई ऊर्जा का संचार किया है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इस जीत को पार्टी कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत और समर्पण का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने करवा चौथ और दिवाली जैसे महत्वपूर्ण त्योहारों को भी चुनावी अभियान के लिए त्याग दिया, जिससे उनकी प्रतिबद्धता स्पष्ट होती है।
शाजापुर में युवा कांग्रेस द्वारा आयोजित 'संविधान बचाओ मशाल रैली' में पटवारी ने विजयपुर की जीत को भितरघात (betrayal) करने वालों के लिए एक सबक करार दिया। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम आने के दिन ही कांग्रेस की दिवाली मनाई गई, जो पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है।
इस उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी मुकेश मल्होत्रा ने भाजपा के वन मंत्री रामनिवास रावत को 7,288 मतों से पराजित किया। यह जीत कांग्रेस के लिए कई मायनों में महत्वपूर्ण है, विशेषकर जब भाजपा ने इस सीट पर अपनी पूरी ताकत झोंकी थी।
विजयपुर में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस ने अमीरी-गरीबी का मुद्दा उठाया। प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा कि यह महल और झोपड़ी के बीच का चुनाव है, जहां एक ओर भाजपा प्रत्याशी अकूत संपत्ति के मालिक हैं, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रत्याशी साधारण जीवन जीते हैं।
चुनाव के दौरान विजयपुर में हिंसा की घटनाएं भी सामने आईं। कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसने अराजकता फैलाकर चुनाव को प्रभावित करने का प्रयास किया। जीतू पटवारी ने प्रशासन पर भी सवाल उठाए और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की मांग की।
विजयपुर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत ने पार्टी कार्यकर्ताओं में नया जोश भरा है। यह जीत आगामी चुनावों के लिए कांग्रेस के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जिससे पार्टी को नई ऊर्जा मिली है।
कुल मिलाकर, विजयपुर उपचुनाव में कांग्रेस की जीत ने पार्टी के लिए एक नई दिशा तय की है। यह जीत न केवल पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत का परिणाम है, बल्कि कांग्रेस की रणनीतिक सफलता का भी प्रतीक है। आने वाले समय में यह जीत कांग्रेस के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी।