मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में जर्मनी के म्यूनिख शहर में आयोजित एक इंटरैक्टिव सत्र में भाग लिया, जहां उन्होंने जर्मन उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने फरवरी 2025 में भोपाल में आयोजित होने वाले ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के लिए भी निमंत्रण दिया। डॉ. यादव ने भारत और जर्मनी के बीच ऐतिहासिक संबंधों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विशेषकर उद्योग और व्यवसाय के क्षेत्र में दोनों देशों के संबंध मजबूत हैं। उन्होंने बताया कि यूरोप के अन्य देशों की तुलना में जर्मनी ने मध्य प्रदेश में सबसे अधिक निवेश किया है।
मुख्यमंत्री ने जर्मन कंपनियों से आग्रह किया कि वे अपनी उन्नत तकनीक के साथ मध्य प्रदेश में निवेश करें, ताकि प्रदेश के प्राकृतिक और मानव संसाधनों का समुचित उपयोग हो सके। उन्होंने मध्य प्रदेश को एक संपूर्ण निवेश गंतव्य बताते हुए कहा कि प्रदेश की अर्थव्यवस्था पिछले एक दशक में तीन गुना बढ़ी है और विकास दर दोहरे अंकों में है। डॉ. यादव ने बताया कि मध्य प्रदेश एक पावर सरप्लस (अधिशेष बिजली) राज्य है और ग्रीन एनर्जी (हरित ऊर्जा) के क्षेत्र में भी प्रदेश ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। उन्होंने निवेशकों को आश्वस्त किया कि प्रदेश में बिजली और पानी की कोई कमी नहीं होगी।
डॉ. यादव ने उद्योग स्थापना में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा किए गए विशेष प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश देश का एकमात्र ऐसा राज्य है जहां उद्योग संबंधी सभी प्रकार की अनुमतियाँ और स्वीकृतियाँ मात्र 30 दिनों में प्रदान की जाती हैं। मुख्यमंत्री ने निवेशकों को परिवार का अंग मानते हुए कहा कि उन्हें किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होने दी जाएगी। उन्होंने प्रदेश में ग्रीन एनर्जी के लिए अपार संभावनाओं का भी जिक्र किया।
मुख्यमंत्री ने जर्मन विद्वान मैक्स मूलर का स्मरण करते हुए उनके भारतीय ग्रंथों और वेदों के अनुवाद कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद भी मैक्स मूलर की प्रतिभा की प्रशंसा करते थे। डॉ. यादव ने जर्मनी के नागरिकों की जीवटता की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्होंने विश्व युद्ध सहित अनेक कठिनाइयों का सामना किया है, जो सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने जर्मनी के निवेशकों से आग्रह किया कि वे मेहमान नहीं, बल्कि परिवार का हिस्सा बनकर मध्य प्रदेश में आएं और उद्योगों के नए मार्ग प्रशस्त करें।