दिसंबर का महीना खेती के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह समय सही सब्जियों की बुवाई (sowing) और उपयुक्त प्रबंधन के लिए उत्तम है। यदि सही फसलों का चयन कर सही तरीकों से खेती की जाए, तो किसान अपनी आय को दोगुना या तिगुना कर सकते हैं। इस लेख में हम दिसंबर महीने में बोई जाने वाली सब्जियों के बारे में विस्तार से जानकारी देंगे।
पत्ता गोभी और फूल गोभी की खेती
दिसंबर का महीना पत्ता गोभी और फूल गोभी के लिए अनुकूल होता है। ठंड के इस मौसम में इन फसलों की ग्रोथ (growth) अच्छी होती है। पत्ता गोभी के एक फूल का वजन लगभग 1 से 1.5 किलोग्राम तक हो सकता है, जबकि फूल गोभी का वजन 500 ग्राम से 800 ग्राम तक होता है।
बुआई का तरीका:
- इन फसलों की बुआई के लिए उपजाऊ मिट्टी का चयन करें।
- सही मात्रा में खाद डालें और पौधों को समय-समय पर पानी दें।
- पौधों को खेत में ट्रांसप्लांट (transplant) करने के बाद 2-3 महीनों में फसल कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
फसल कटाई और बाजार मूल्य:
फरवरी में पत्ता गोभी और फूल गोभी की कटाई शुरू होती है। इस समय बाजार में इनका मूल्य अच्छा मिलता है। किसान इससे अधिक लाभ कमा सकते हैं।
मेथी, पालक और धनिया की खेती
1. मेथी (Fenugreek):
- मेथी की फसल बुवाई के 30-35 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
- इसकी लागत कम होती है और बाजार में इसे अच्छे भाव पर बेचा जा सकता है।
- किसान मेथी की फसल से कई बार कटाई कर सकते हैं।
2. पालक (Spinach):
- पालक की फसल 40-45 दिनों में तैयार हो जाती है।
- इसमें 5-6 बार कटाई की जा सकती है।
- ठंड के मौसम में पालक के पत्ते हरे-भरे और पौष्टिक होते हैं।
3. धनिया (Coriander):
- धनिया की फसल 40-45 दिनों में कटाई के लिए तैयार हो जाती है।
- हाइब्रिड बीजों (hybrid seeds) का उपयोग करने से बेहतर उपज मिलती है।
- एक फसल से 2-3 बार कटाई की जा सकती है।
ब्रोकली और पाक चोई की खेती
विशेष बाजार के लिए फसलें:
ब्रोकली और पाक चोई जैसी फसलें बड़े शहरों के पास उगाई जाती हैं। इनका बाजार मूल्य अधिक होता है, लेकिन ये फसलें विशेष देखभाल की मांग करती हैं।
- नर्सरी तैयार करें और पौधों को खेत में ट्रांसप्लांट करें।
- खाद और स्प्रे का उचित प्रबंधन करें।
मूली, चुकंदर और गाजर की खेती
एक साथ तीन फसलें:
मूली, चुकंदर और गाजर को एक ही खेत में बोया जा सकता है।
- इन फसलों को क्यारियों (bed preparation) पर बोया जाए।
- बीजों की दूरी 1 फीट रखें।
- यह इंटरक्रॉपिंग (intercropping) का तरीका उत्पादन को तीन गुना तक बढ़ा सकता है।
अन्य फसलें और नर्सरी तैयार करना
दिसंबर में किसान अन्य फसलों जैसे प्याज, टमाटर, और हरी मिर्च की नर्सरी तैयार कर सकते हैं।
- नर्सरी के लिए हल्की और उपजाऊ मिट्टी का चयन करें।
- पौधों को समय पर पानी और खाद दें।
किसानों के लिए सुझाव
- सही बीजों का चयन: हाइब्रिड बीजों का उपयोग करें।
- खाद प्रबंधन: जैविक खाद (organic fertilizer) और समय-समय पर कीटनाशकों का छिड़काव करें।
- जल प्रबंधन: पानी की सही मात्रा सुनिश्चित करें।
- बाजार पर नजर: फसल कटाई के समय बाजार के मूल्य का ध्यान रखें।
दिसंबर का महीना फसल बुवाई और खेती के लिए महत्वपूर्ण है। फूल गोभी, पत्ता गोभी, मेथी, पालक, धनिया, ब्रोकली, मूली, चुकंदर, और गाजर जैसी फसलें इस समय उगाई जा सकती हैं। सही प्रबंधन और योजना से किसान अपनी आय को तिगुना तक बढ़ा सकते हैं। खेती में मेहनत और लगन से बेहतर परिणाम प्राप्त होते हैं। किसान भाइयों, इन सभी फसलों को अपनाकर आप अपनी खेती को लाभकारी बना सकते हैं।